शहर में पानी की किल्लत का स्थाई समाधान नहीं हो पा रहा है क्योंकि यमुना किनारे लगे रेनीवेल से कम मात्रा में पानी सप्लाई हो रहा है। तकरीबन 12 साल पुराने रेनीवेल जमीन में से कम मात्रा में पानी निकाल रहे हैं क्योंकि यमुना नदी का जलस्तर घट गया है।
इसके कारण रेनीवेल रिचार्ज नहीं हो पाते हैं। इनकी क्षमता बढ़ाने के लिए फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण को इसका काम सौंपा गया है। एफएमडीए अधिकारियों की सुस्ती के कारण शहर में पानी का संकट गहराता जा रहा है।
दरअसल, शहर में पानी सप्लाई करने के लिए प्रशासन की ओर से रेनीवेल लगाए गए हैं जो यमुना से पानी लेकर शहर भर में पानी की आपूर्ति कर रहे हैं। इस वक्त शहर में पानी की सप्लाई का काम 16 रेनीवेल से हो रहा है।
इसका पानी साथ बड़ी पाइप लाइनों की सहायता से शहर के हर एक हिस्से में पहुंचाया जा रहा है। इन रेनीवेलों से हर रोज 180 एमएलडी पानी आना चाहिए लेकिन शहर में इस वक्त केवल 140 एमएलडी के करीब ही पानी आ पा रहा है। 40 एमएलडी पानी की कमी बनी हुई है।
अब रेनीवेल का कार्य एफएमडीए को सौंप दिया गया है जिसके बाद एफएमडीए ने सभी रेनीवेल लाइनों का एक खाका तैयार किया है किस लाइन में कितना पानी आ रहा है। खाका के अनुसार सबसे कम पानी नंबर 1 से आ रहा है।
लाइन नंबर 1 बल्लभगढ़ और एनआईटी के दर्जनों इलाकों को कवर करती है। आए दिन इन इलाकों में पानी का संकट गहराता है जिसका मुख्य कारण रेनीवेल द्वारा क्षमता के अनुसार पानी की सप्लाई ना कर पाना है।