चौकीदार की 5 मिनट की गैरमौजूदगी ने तोड़ा लोगों के सब्र का बांध

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फरीदाबाद : जिला फरीदाबाद में कोरोना निरोधक दवा की कमी होने के कारण अक्सर लोगों की भीड़ काफी बढ़ चुकी थी लेकिन अब कोरोना की दवा स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध करा दी गई है, इसी वजह से अब दुबारा लोगों की अच्छी खासी भीड़ जांच शिविर के बाहर देखने को मिली। आज 30 जुलाई इस भीड़ के बीच एक ऐसी घटना हुई जो कई लोगों को संक्रमण का शिकार कर सकती है ।

आपको बता दें, कोरोना जांच शिविर के आगे रोजाना सैंकड़ों की तादाद में लोग जांच कराने के लिए आते हैं लेकिन उनके बीच थोड़ी बहुत सोशल डिस्टेंसिंग देखने को मिलती है परंतु आज इस भीड़ के बीच ऐसा बवाल हुआ की लोग एक दूसरे के ऊपर चढ़ते हुए नज़र आए ।

चौकीदार की 5 मिनट की गैरमौजूदगी ने तोड़ा लोगों के सब्र का बांध

क्या था पूरा मामला ?

आपको बता दें, मौजूदा जांच शिविर जो की बीके अस्पताल के पीछे है ,यहां लोगों की रोजाना भीड़ देखने को मिलती है । जांच कराने आए लोग सुबह से लंबी लंबी कतारों में खड़े रहते है लेकिन शाम होते होते भी कई लोगों का नंबर भी नहीं आ पाता इसी वजह से हर किसी को आगे जाने की इच्छा होती है मगर गार्ड के होने की वजह से लोग एक एक करके ही अंदर जाते है ।

मगर आज सुबह 10:15 बजे केवल 5 मिनट के लिए गार्ड बलबीर अपनी जगह से गया और उतनी ही देर में लोगों में भगदड़ मच गई पीछे लंबी लाइन में लगे लोग आगे दरवाजे में घुसने के लिए एक दूसरे पर चढ़ने लगे । ना किसी ने बुजुर्गों को देखा ना महिला को और ना ही बच्चे को सभी एक दूसरे को धक्का मारते हुए बस अंदर घुसने की अपनी हर मुमकिन कोशिश करने लगे।

चौकीदार की 5 मिनट की गैरमौजूदगी ने तोड़ा लोगों के सब्र का बांध

लेकिन मौके पर मौजूद जांच कर रही नागरिक अस्पताल की टीम के कुछ डॉक्टरों ने मिलकर इस भीड़ को काबू किया और 5 मिनट बाद जब गार्ड वापस लौटा तो शक्ति के साथ लोगों की भीड़ को तितर-बितर दोबारा से किया इसके बाद दोबारा से लंबी लाइन लगाई गई और जांच शुरू की गई।

चौकीदार की 5 मिनट की गैरमौजूदगी ने तोड़ा लोगों के सब्र का बांध

साथियों इस खबर को आप को दिखाने का हमारा उद्देश्य यह है कि यदि आप महामारी की दवा लगवाने जा रहे हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान जरूर रखें कहीं ऐसा ना हो कि कहीं आप बीमारी की राहत के लिए जा रहे हैं और आपको वह बीमारी आपको आपकी थोड़ी सी लापरवाही की वजह से लग जाए इसलिए प्रशासन के नियमों का सम्मान करते हुए महामारी की दवाई लगाएं लेकिन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ना कि नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए।