फरीदाबाद: लगातार हो रही बिजली कटौती की वजह से जिले की पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो रही है। यमुना नदी के किनारे रेनीवेल से जुड़े फीडरों पर रोजाना कट लग रहे हैं और इस वजह से रेनीवेल बंद हो जाते हैं। शहर की पेयजल आपूर्ति में दस से तीस एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) तक की कमी आई है।
फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण ने नगर निगम के सभी 16 रेनीवेल 1 जुलाई से अपने अधीन कर लिए हैं।
अब एफएमडीए के पास इनके रखरखाव की जिम्मेदारी है। प्रतिदिन होने वाली पेयजल आपूर्ति का डाटा यहां तैयार किया जा रहा है। बिजली कटौती के कारण पेयजल आपूर्ति में भी सुधार नहीं हो पा रहा है और इसकी वजह से आमजन के साथ–साथ अधिकारी भी परेशान हैं।
122 एमएलडी तक ही हो पाती है आपूर्ति
यमुना नदी के किनारे इन 16 रेनीवेल की सहायता से शहर में सात लाइनों द्वारा पेयजल आपूर्ति की जाती है। रेनीवेल से औसतन 168 एमएलडी पानी निकलता है लेकिन बिजली कटौती के कारण पेयजल आपूर्ति केवल 122 एमएलडी तक रह जाती है।
रेनीवेल की लाइनें करीब दो से तीन घंटे बिजली कटौती की वजह से बंद रहती हैं। 28 जुलाई सुबह आठ बजे से 29 जुलाई सुबह आठ बजे तक इन सातों लाइनों में 122 एमएलडी पानी ही शहर पहुंचा। कुछ दिनों पहले एफएमडीए की बैठक में भी यह मुद्दा उठा था।
इस विषय में बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता नरेश कक्कड़ से भी बात की गई थी। उन्होंने कहा कि “बारिश की वजह से कई बार लाइन में फॉल्ट हो जाते हैं तो परमिट लेना पड़ता है। इससे घंटे दो घंटे बिजली सप्लाई बाधित हो जाती है। हमारी कोशिश रहती है कि रेनीवेल की बिजली आपूर्ति निर्बाध रूप से चलती रहे। इस बारे में पूरा ध्यान रखा जा रहा है।”
एफएमडीए की अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. गरिमा मित्तल ने कहा कि अब नए सिस्टम के तहत रेनीवेल की निगरानी की जा रही है। कौन–सा रेनीवेल 24 घंटे में से कितनी देर चला है, इसका पूरा डाटा इकट्ठा किया जाएगा। इससे यह जानकारी तो पता लग रही है कि पेयजल आपूर्ति कम होने का कारण बिजली कट है। उन्होंने इस बारे में बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता नरेश कक्कड़ से इसका समाधान करने को कहा है।