हरियाणा प्रदेश के कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कृषि बिलों पर चर्चा करने के लिए राज्यसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है। ज्ञात है कि किसान लगभग पिछले 8 महीनों से नए कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे हैं और अभी भी जारी है। कांग्रेस सरकार द्वारा कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों की आवाज को बुलंद किया जा रहा है।
बता दें की सोमवार को किसानों की आवाज को और अधिक बुलंद करने के लिए कांग्रेस के नेता राहुल गांधी स्वयं ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे थे। प्रदेश के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी उनके साथ में थे।
बनाए गए नए कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए राहुल गांधी अपनी पार्टी के नेताओं के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मिले। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को राहुल गांधी ने एक ज्ञापन सौंपा तथा साथ में 2 करोड़ हस्ताक्षर भी दिखाए।
कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर धरने पर बैठे किसानों को 8 महिनें पूरे होने वाले हैं, फिर भी सिंधु टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में किसान धरने पर बैठे हैं। दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कुछ दिन पहले किसानों के पक्ष में कहा था कि सरकार किसानों के मुद्दे पर बात करने से पीछे क्यों हट रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि तीनों कृषि कानून किसानों के हित में हैं तो सरकार इस विषय में चर्चा करने के क्यों डर रही है।
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसान हमारे अन्नदाता है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि हमारे अन्नदाता ही पिछले 8 महीनों से सड़कों पर बैठे हुए हैं और सरकार के पास उनकी समस्या पर बात तक करने का समय नहीं है, तो इस प्रकार संसद कैसे चल पाएगी। उन्होंने कहा की संसद में किसान सुनते ही सब बौखला जाते हैं, समझ में नहीं आ रहा है कि अन्नदाता के प्रति इतनी कड़वाहट संसद में क्यों है।