फरीदाबाद : सुशील कुमार और उसके साथियों ने संपत्ति विवाद को लेकर 4 मई की रात को छत्रसाल स्टेडियम में सागर धनखड़ और उनके दो दोस्तों सोनू महल और अमित कुमार के साथ मारपीट की और बाद में सागर की हत्या कर फरार हो गए थे। पुलिस ने सुशील पर एक लाख रुपये का इनाम रख दिया था। 23 मई को उसे मुंडका से गिरफ्तार कर लिया गया। अदालत ने शुरू में उसे दस दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था, जिसे चार दिन और बढ़ा दिया गया था। इसके बाद दो जून को उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
सुशील कुमार को 2 अगस्त को सागर हत्याकांड में मुख्य आरोपी बनाया गया है।दिल्ली क्राइम ब्रांच ने सोमवार को रोहिणी कोर्ट में खिलाफ आरोपी पत्र दायर कर दिया है। इनमें सुशील, खास सहयोगी अजय सहरावत सहित 13 के नाम शामिल हैं।1700 पन्नों के आरोप पत्र में चार चस्मदीद समेत 155 गवाह बनाए गए ।
हिरासत के दौरान सुशील को लगातार दूसरे गैंगस्टर का डर भी सता रहा था। आपको बता दें, सुशील कुमार की बदमाशी के वजह से उनके दुश्मन भी बन गए हालाकि उन्होंने देश के लिए खेलों में कई पदक जीते लेकिन उनकी ये गलती माफ करने लायक नहीं है ।
देश के लिए नाम कमाने वाले पहलवान कभी कभी प्रेरणा स्त्रोत होते है लेकिन इनके द्वारा किए गए ये कार्य न सिर्फ समाज के लिए बल्कि आने वाले पीढ़ी के लिए भी गलत संदेश देते है।