लॉकडाउन में साइकिल पर घूम रहे सख्स को महिला कांस्टेबल ने रोका, जब सच्चाई सामने आई तो छूट गए पसीने

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कुछ लोगों को अपनी ड्यूटी पूरी ज़िम्मेदारी से निभाना आता है और उनकी यही आदत समय आने पर बड़ा हीरो बना देती है। और अपने सीनियर्स का आंखों का तारा भी बना देती है। अब एक ऐसा ही मामला हम आपको बताने जा रहे हैं।

बतादें राजस्थान के भीलवाड़ा से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें पुलिस की मुस्तैदी और ईमानदारी के बारे में पता चला है। बतादें लॉकडाउन में भीलवाड़ा शहर के हालात जानने के लिए साइकिल पर निकले डीएम शिव प्रसाद को महिला कांस्टेबल निर्मला देवी ने रोक लिया।

लॉकडाउन में साइकिल पर घूम रहे सख्स को महिला कांस्टेबल ने रोका, जब सच्चाई सामने आई तो छूट गए पसीने

महिला कांस्टेबल को जब साइकिल सवार के डीएम होने की जानकारी मिली तो वह घबरा गईं। लेकिन डीएम ने महिला कांस्टेबल की मुस्तैदी की सराहना करते हुए उनकी हौसला अफजाई की। जानकारी के मुताबिक डीएम शिव प्रसाद लॉकडाउन और सोमवार मध्यरात्रि से हो रही बारिश से पैदा हुए हालात का जायजा लेने के लिए साइकिल से ही शहर के दौरे पर निकले थे।

यहां सर्राफा बाजार की तरफ डीएम को जाते हुए देखकर पुलिस के गश्ती दल ने सर्राफा बाजार में पुलिस जवानों को अलर्ट कर दिया। बतादें कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने साइकिल पर शहर का दौरा किया। वे लॉकडाउन का हाल जानने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर से साइकिल पर रवाना हुए।

लॉकडाउन में साइकिल पर घूम रहे सख्स को महिला कांस्टेबल ने रोका, जब सच्चाई सामने आई तो छूट गए पसीने

यहां से सूचना केंद्र चौराहा, भीमगंज चौराहा, माणिक्यनगर, रामद्वारा, रोडवेज बस स्टैंड सहित कई अन्य जगहों के हालात जाने। लॉकडाउन नहीं मानने वालों के साथ सख्ती से भी पेश आए। उन्होंने माणिक्यनगर, श्री गेस्ट हाउस चौराहा पर खड़े रहकर लोगों की आवाजाही देखी तथा बेवजह घूमने वालों के चालान कटवाए और उन्हें संस्थागत क्वारैंटाइन करने के निर्देश दिए।

नकाते ने इस दौरान आने-जाने वाले लोगों को रोककर बातचीत की। उन्होंने रोडवेज बस स्टैंड पर सुभाषनगर थाना प्रभारी पुष्पा कसौटिया से व्यवस्थाओं की जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए। अगर इस तरह से पुलिस और प्रशासन लगातार एक साथ मिलकर कदमताल मिलाकर अगर काम करे तो सभी काम बेहद अच्छे ढंग से हों।