झारखंड के शिक्षा मंत्री 12वीं की परीक्षा में हुए फेल, जाहिर की अपनी अनोखी इच्छा

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पढ़ लिख कर कुछ बनना एक नया मुकाम हासिल करना और समाज में अपनी सबसे अलग पहचान बनाना भला कौन नहीं चाहता, लेकिन इसके लिए हर कोई चाहता है कि वह अच्छी शिक्षा ग्रहण करें। कई बार जिंदगी में ऐसे मोड़ भी आते हैं कि इन सब को निराशा का सामना करना पड़ता है।

लेकिन अंदर उत्पन्न हौसले की भावना अगर बुलंद है तो यकीन मानिए कोई भी आपकी इच्छा पर विराम नहीं लगा सकता। ऐसा ही एक उदाहरण झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो द्वारा इन दिनों युवाओं को अभिप्रेरित किया गया हैं।

झारखंड के शिक्षा मंत्री 12वीं की परीक्षा में हुए फेल, जाहिर की अपनी अनोखी इच्छा

दरअसल,संक्रमण का शिकार होने के बाद स्वस्थ्य होकर शिक्षा संबंधी महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भी शामिल हो रहे है। वहीं,. इसी कड़ी में झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से इंटरमीडिएट रिजल्ट प्रकाशन के दौरान वह शुक्रवार को जैक कार्यालय पहुंचे है। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर जिंदा रहा तो अगले साल इंटरमीडिएट का परीक्षा भी दूंगा और पास भी जरूर करूंगा है।

दरअसल, झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो दसवीं पास हैं और उनके क्वालिफिकेशन को लेकर सोशल मीडिया के साथ-साथ राजनीतिक जगत में भी हमेशा ही सवाल उठाया जाता रहा है।

झारखंड के शिक्षा मंत्री 12वीं की परीक्षा में हुए फेल, जाहिर की अपनी अनोखी इच्छा

ऐसे लोगों को जवाब देने के लिए जगरनाथ महतो ने मैट्रिक से आगे की पढ़ाई के लिए 2020 के अगस्त महीने में उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र डुमरी स्थित देवी महतो स्मारक इंटर महाविद्यालय नावाडीह में एडमिशन कराया था।

उनका मानना है कि पढ़ाई के लिए कोई उम्र सीमा नहीं होती हैं। सबसे खास बात यह है कि जिस इंटर महाविद्यालय में शिक्षा मंत्री ने एडमिशन लिया था उसकी स्थापना उन्होंने खुद ही की थी और इंटर में एडमिशन लेने के बाद जगरनाथ महतो पढ़ाई को लेकर काफी एक्टिव भी दिखे थे।