हरियाणा में कामकाजी महिलाओं के लिए आई अच्छी खबर। अब उनको कार्यस्थल के बाहर की आवास की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने 20 हॉस्टलों के निर्माण की स्वीकृति दे दी है। यह जानकारी हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने दी।
हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि छः वर्ष तक की आयु वाले बच्चों को पोषण पूर्ति आहार और आंगनवाड़ी केंद्रों में प्री–स्कूल शिक्षा के अलावा कामकाजी महिलाओं के लिए किफायती दरों पर उनके कार्यस्थल के पास ही सुरक्षित आवास बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है। इससे उनके बच्चों के लिए डे–केयर की सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके।
ढांडा ने बताया कि केंद्र सरकार ने 20 कामकाजी महिला हॉस्टल के निर्माण को स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसमें रोहतक में दो, फरीदाबाद, हिसार, पंचकूला, जींद, कुरुक्षेत्र व गुरुग्राम में एक–एक हॉस्टल खोले जाएंगे।
इनका संचालन रेड क्रॉस सोसायटी, नगर पालिकाओं व अन्य सामाजिक संस्थानों द्वारा किया जा रहा है। बाकी के हॉस्टल को भी विभिन्न स्थानों पर खोला जाएगा। इसके साथ ही आंगनवाड़ी केंद्रों को भी प्ले स्कूल के रूप में अपग्रेड करने की योजना तैयार कर ली गई है। प्रथम चरण में 1135 आंगनवाड़ी केंद्रों को बदला जाएगा।
उन्होंने आगे बताया कि वर्तमान में कुल 25,962 आंगनवाड़ी केंद्र हैं। इनमें से 2150 आंगनवाड़ी केंद्रों को स्कूल के रूप में संचालित किया जा रहा है। जिन्हें प्राथमिकता आधार पर अपग्रेड किया जाएगा।
9006 विभागीय भवनों में, 8509 सरकारी भवनों में और 6297 किराए के भवनों में चलाए जा रहे हैं। इन्हें भी 2024 तक चरणबद्ध तरीके से अपग्रेड करने की रूपरेखा तैयार की जा रही है।