“मेरा गांव जगमग गांव“ योजना के तहत प्रदेश सरकार धीरे धीरे गांवों को जगमग करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। लेकिन इस योजना से जोड़ने के लिए बिजली निगम की टीम को नाकों चने चबाने पड़ रहे हैं। बुधवार को उपमंडल अभियंता अजय सिंहरोहा के नेतृत्व में निगम की टीम गांव मातन पहुंची। निगम टीम ने उनको घरों के बाहर बिजली के मीटर लगवाने के लिए समझाया। लेकिन ग्रामीणों ने इसका जमकर विरोध किया। ऐसे में परेशान होकर बिजली निगम ने पुलिस सुरक्षा की मांग की है।
आपको बता दें कि प्रदेश सरकार द्वारा गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए ‘म्हारा गांव-जगमग गांव’ योजना चलाई जा रही है।
इसके तहत चरणबद्ध तरीके से कार्य होने पर गांवों को 24 घंटे बिजली मिल सकती है। इसकी पहली प्रक्रिया घर के अंदर लगे बिजली मीटरों को बाहर खंभों पर शिफ्ट करना है ताकि किसी भी उपभोक्ता के पास बिजली चोरी की गुंजाइश ही नहीं रह जाए, इसका पहले भी कई बार विरोध हो चुका है।
लेकिन गांव मातन में ग्रामीणों का सहयोग न मिल पाने के कारण यह योजना सिरे नहीं चढ़ पा रही है। बुधवार को लाख समझाने के बावजूद मातन के ग्रामीण अपनी बात पर टिके हुए थे। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें जितनी बिजली मिल रही है, वो उनके लिए पर्याप्त है।
ग्रामीणों के विरोध के चलते निगम की टीम को वापिस लौटना पड़ा। निगम अधिकारियों ने अब कड़ा कदम उठाते हुए बिजली मीटर घरों से बाहर लगवाने के लिए पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाने के लिए पत्र लिखा है।
सहयोग न मिलने से हो रही परेशानी
बिजली निगम के एसडीई अजय सिंहरोहा के अनुसार जगमग योजना के तहत गांव के सभी मीटर घरों के बाहर लगाए जाने होते हैं। लेकिन ग्रामीणों के सहयोग न देने के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं को समझ में नहीं आ रहा है कि इससे उन्हें बहुत फायदा होगा। लोगों को इसका सहयोग करना चाहिए, क्योंकि 24 घंटे बिजली मिलने का मार्ग इसी से होकर जाता है।
निगम टीम से किया दुर्व्यवहार
गांव खरमाण से भी ऐसा ही मामला सामने आया है। बिजली मीटर घर से बाहर निकालने गई टीम के साथ ग्रामीणों ने दुर्व्यवहार किया। पुलिस में दी शिकायत के अनुसार सोमवार को बिजली निगम की एक टीम मेरा गांव जगमग गांव योजना के तहत घरों से बाहर मीटर लगाने गई थी।
लेकिन स्थानीय निवासी जय सिहं और कौशल्या ने निगम की टीम को घर के बाहर मीटर लगाने से रोक दिया और टीम के साथ दुर्व्यवहार भी किया। जिस कारण यह कार्य अधूरा रह गया। पुलिस ने धारा 186, 353 व 34 के तहत केस दर्ज कर लिया है।