जाको राखे साइयां मार सके ना कोय। इस कहावत को ही चरितार्थ करती है यह कहानी। दरअसल, महाराष्ट्र के कल्याण रेलवे स्टेशन पर रेल की पटरियां पार करते हुए एक वरिष्ठ नागरिक की जान उस क्षण बच गई जब रेलवे के एक अधिकारी द्वारा आगाह किये जाने पर मुंबई-वाराणसी ट्रेन के चालकों ने समय रहते आपातकालीन ब्रेक लगा दिया।
मौत को छू कर यह बुजुर्ग वापस लौटा है। लोग इसे चमत्कार मान रहे हैं। ठाणे में स्थित कल्याण रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या चार पर कुछ दिन पहले लगभग अपराह्न 12 बजकर 45 मिनट पर ट्रेन चलना शुरू हो गई थी जब यह घटना हुई। मध्य रेलवे की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि हरि शंकर (70) उस समय रेल की पटरी पार कर रहे थे और वह गिर कर ट्रेन के नीचे फंस गए।
ऐसा हर जगह होता है कि लोग रेलवे प्लेटफार्म और रेल ट्रैक पर नियमों का उल्लंघन और सूचनाओं की अनसुनी करते हुए रेल की पटरियों को पार करते हैं। चीफ परमानेंट वे निरीक्षक संतोष कुमार ने लोको पायलट एस के प्रधान और सहायक लोको पायलट रवि शंकर जी. को चिल्लाकर आगाह किया। दोनों ट्रेन चालकों ने तत्काल आपातकालीन ब्रेक लगाया और ट्रेन के नीचे से वृद्ध को निकाला।
ड्राइवर्स ने उन्हें एक नयी ज़िंदगी प्रदान की है। अगर ब्रेक नहीं लगती तो बड़ी घटना हो सकती थी। घटना के बाद मध्य रेलवे ने परामर्श जारी कर लोगों से रेल की पटरी पार न करने का आग्रह किया और चेतावनी दी यह घातक हो सकता है। मध्य रेलवे के महाप्रबन्धक आलोक कंसल ने दोनों ट्रेन चालकों और चीफ परमानेंट वे निरीक्षक को दो-दो हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की।
आप नियमों की अवहेलना कर के ऐसे पटरियां पार न करें यह काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है।