हमारे देश में किसानो को अन्नदाता कहा जाता हैं और उन्हें बहुत ही आदर सम्मान दिया जाता हैं, इसका एक उदहारण हमे किसान आंदोलन में देखने को मिला, जब किसानो ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया तो देश की जनता ने उन्हें पूरा सहयोग किया।
लेकिन दूसरी तरफ देखे तो हमारे देश में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इन भोले भाले किसानो को अपनी बातें में फसा कर उनके साथ ठगी करते हैं। हाल ही में एक मामला दिल्ली नरेला अनाज मंडी से सामना आया, जहां एक शक्श किसानो के साथ ठगी करके उनको बेवक़ूफ़ बनाता था।
आपको बता दे की कमीशन एजेंट का नाम प्रेम चंद हैं और इनके खिलाफ शिकायत साधु राम और 11 अन्य किसानों द्वारा दर्ज कराई गई। शिकायत में इन लोगो ने बताया की नरेला अनाज मंडी में जगराम एंड संस के मालिक प्रेमचंद ने किसानों से टन अनाज और अन्य कृषि उपज खरीदी थी और किसानों से करोड़ों रुपये भी लिए और उनके पैसे पर उच्च ब्याज देने का वादा किया।
लेकिन जब इन्होंने ने अपने समान और निवेश के पैसे मांगे तो प्रेम चंद ने उन्हें भुगतान करने से मना कर दिया और अपने परिवार के साथ भाग गए। साधु राम और अन्य 11 किसानो की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू करी और जांच के दौरान पता चला की आरोपी ने 64 किसानो के साथ 3.5 करोड की ठगी की थी, इसके साथ यह भी बात सामने आई की आरोपी 2017 से किसानों को उनके निवेश पर अधिक रिटर्न देने का वादा करके उन्हें जाली रसीदें देकर बेवकूफ बनाता था ।
उन्होंने पुलिस को यह भी बताया की जब उन लोगो ने उसके बारे में जांच की तो उन्हें पता चला की जो यह नरेला अनाज मंडी में जो उसकी दूकान थी उसने उसे बिज़नेस लोन चुकाने के लिए बैंक के पास गिरवी रखा था, लेकिन बैंक का पैसा टाइम पर न देने की वजह से बैंक ने उसे भी जब्त कर लिया था।
जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट (Non Bailable Warrant ) भी जारी किया गया है। उसका पता लगाने के लिए, सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) नगीन कौशिक और पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) विजयंत आर्य की देखरेख में पुलिस की एक टीम बनाई गई।
जिसके बाद 3 अगस्त को सब इंस्पेक्टर शिव देव सिंह ने हेड कांस्टेबल जय कंवर के साथ प्रेमचंद को फरीदाबाद के सेक्टर 37 स्थित अशोक एन्क्लेव से गिरफ्तार किया था, जहां वह अपने परिवार के साथ शिकायत दर्ज होने के बाद से छिपा हुआ था।