एक बार फिर हरियाणा विधान सभा द्वारा मानसून सत्र में एकमात्र विपक्षी दल कांग्रेस के विधायक विभिन्न मुद्दों पर सत्तारूढ़ भाजपा व जजपा गठबंधन सरकार की घेराबंदी करने में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा कोई कसर नही छोड़ने वाली।
दरअसल, इसी सिलसिले में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 19 अगस्त को चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। हुड्डा को पिछले दिनों कोरोना वायरस का संक्रमण हो गया था। अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं, लेकिन डाक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दे रखी थी। विधानसभा सत्र में भागीदारी के लिए हुड्डा लंबे समय बाद घर से बाहर कदम रखेंगे। हालांकि उनकी पार्टी के विधायक पूरी तरह से सक्रिय हैं और हुड्डा घर पर रहकर ही प्रदेश के सारे हालात पर निगाह रखे हुए हैं।
वहीं इस दौरान उन्होंने मीडिया कर्मियों से बातचीत में हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस के पास मुद्दों की कमी नहीं है। सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी और पेपर लीक है। अभी तक 29 पेपर लीक हो चुके हैं। गठबंधन की सरकार ने नौकरी माफिया हावी है। इस मुद्दे को विधानसभा में जोरदार तरीके से उठाया जाएगा। हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में नौकरियां इस तरीके से बंट रही है, जैसे परचून की दुकान पर राशन का सामान बिकता है। अब तक जितनी भी भर्तियां रद हुई हैं, उनकी कोई जांच नहीं कराई गई।
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने कहा कि इवेंट मैनेजमेंट के सहारे सरकार अपना समय पूरा कर रही है। इस सरकार को अपने सांसदों, मंत्रियों और विधायकों तक पर कोई भरोसा नहीं है। किसी के काम नहीं होते। जनप्रतिनिधि और लोग दुखी हैं। उन्होंने कहा कि मानसून सत्र में कांग्रेस सरकार में बैठे लोगों से हर मुद्दे पर जवाब मांगेगी।
उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में आठ माह से आंदोलन चल रहा है, लेकिन भाजपा व जजपा के नेताओं को उनकी कोई चिंता नहीं है। कांग्रेस चाहती है कि यह विधानसभा सत्र लंबी अवधि तक चले, लेकिन गठबंधन सरकार के नेताओं को अपनी पोल खुलने की डर है। इसलिए वह सत्र को ज्यादा लंबा नहीं चलाना चाहेगी।