कुछ दिनों में सावन बस खत्म होने वाला है। अब सावन में बरसात की उम्मीद भी काफी कम है। अब भादो भारी बरसात लेकर आ रहा है। फिलहाल मानसून की सक्रियता नजर नहीं आ रही है। कुछ दिनों के ब्रेक के बाद मानसून के फिर से सक्रिय होने की उम्मीद है। 20 अगस्त की अवधि के बाद ही मानसून सक्रिय हो सकता है। क्योंकि इसी अवधि में बंगाल की खाड़ी में कम दबाव वाला क्षेत्र बन सकता है।
इसी के बाद से मानसून की सक्रियता बढ़ सकती है। लेकिन तब तक पहाड़ी क्षेत्रों के अलावा बिहार और पश्चिम बंगाल में सक्रिय रह सकता है। भिवानी में दिन का तापमान 37.8 डिग्री दर्ज किया गया और यह सामान्य से 3 डिग्री अधिक था।
वहीं हिसार में पारा 37 डिग्री तक पहुंच गया। प्रदेश में एक से 12 अगस्त तक करीब 40 एमएम ही बरसात हुई और यह सामान्य से 40 फीसदी कम है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जुलाई में बरसात की अधिक दरकार होती है क्योंकि इसी समय खरीफ की सबसे बड़ी फसल धान की बुआई होती है। हरियाणा में एक सप्ताह तक बारिश नहीं होने की संभावना है। हालांकि बारिश नहीं होने से कुछ हद तक फसलों को फायदा ही होगा क्योंकि अगर फिलहाल बारिश हुई तो किसानों की फसलों को नुकसान हो सकता है।
मौसम विभाग ने बताया कि मानसून टर्फ रेखा उत्तरपूर्व की तरफ बनी हुई है जो अगले 24 से 48 घंटो में हिमालय तलहटी क्षेत्रों तक तरफ बढ़ने की संभावना है। जिससे हरियाणा में कुछ दिनों तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा। बीच–बीच में हवाएं भी चल सकती हैं। इसके साथ ही हल्की बारिश की भी संभावना है।