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लड़की की जिद के आगे झुका रेलवे, जानिए क्यों इकलौती सवारी के लिए चलाई राजधानी एक्सप्रेस

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जिद करना हमें बचपन से ही सिखाया जाता है कि सही बात नहीं है। जिद कभी – कभी हमारा नुक्सान भी करवा देती है। जाऊंगी तो राजधानी एक्सप्रेस से ही। यदि बस से जाना होता तो ट्रेन का टिकट क्यों लेती। बस से सफर कर रांची आती। टिकट राजधानी एक्सप्रेस का है तो इसी से जाऊंगी। टाना भगतों के आंदोलन से डालटनगंज स्टेशन पर फंसी राजधानी एक्सप्रेस में सवार अनन्या ने यह जिद पकड़ ली तो रेलवे अधिकारी भी परेशान हो गए।

अपना सिर खुजलाते हुए अधिकारियों ने उस लड़की को बहुत समझाया। आगे वह क्या करें, उन्हें समझ में नहीं आ रहा था। अंत में जिद के आगे उन्हें झुकना पड़ा। राजधानी एक्सप्रेस शाम करीब चार बजे डालटनगंज से वापस गया ले जाकर गोमो और बोकारो होते हुए रांची के लिए रवाना करनी पड़ी। रात करीब 1.45 बजे ट्रेन रांची रेलवे स्टेशन पहुंची।

लड़की की जिद के आगे झुका रेलवे, जानिए क्यों इकलौती सवारी के लिए चलाई राजधानी एक्सप्रेस

अगर इंसान अपनी जिद पर आ जाये तो कुछ भी करने से हार नहीं मानता। कुछ ऐसा ही घटना दिल्ली रेलवे स्टेशन में हुआ है। ट्रेन में अनन्या इकलौती सवारी थी। 930 यात्रियों में 929 को रेलवे डालटनगंज से बसों से गंतव्य की ओर पहले ही रवाना कर चुकी थी। संभवत: रेलवे के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब एक सवारी को छोड़ने के लिए राजधानी एक्सप्रेस ने 535 किलोमीटर की दूरी तय की। डालटनगंज रेलवे स्टेशन के प्रबंधक अनिल कुमार तिवारी ने बताया कि वह मुगलसराय से रांची के लिए नई दिल्ली रांची स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस में सवार हुई थी।

लड़की की जिद के आगे झुका रेलवे, जानिए क्यों इकलौती सवारी के लिए चलाई राजधानी एक्सप्रेस

लड़की की जिद करने पर रेलवे के ऑफिसर्स को हार माननी पड़ी और राजधानी एक्सप्रेस को केवल एक सवारी के लिए 535 किलोमीटर के दूरी तक चलाना पड़ा। अनन्या ट्रेन की बी-3 कोच में सवार थी। 51 नंबर सीट पर बैठी थी। अनन्या रांची की एचइसी कालोनी की रहने वाली हैं। वह बीएचयू में एलएलबी की पढ़ाई करती हैं।

लड़की की जिद के आगे झुका रेलवे, जानिए क्यों इकलौती सवारी के लिए चलाई राजधानी एक्सप्रेस

यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसा संभव हो सकता है कि यदि कोई लड़का ऐसी जिद करता तो उसके ऊपर मुकदमा दर्ज हो जाता।

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