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ऐसी दीवानगी देखी नहीं: सपने में बुलाया धोनी ने तो 18 साल का लड़का 1436 किमी पैदल चल पहुंचा हरियाणा से रांची

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का एक और दीवाना सामने आया है। पांव में छाले, हाथ में तिरंगा, कंधे पर क्रिकेट किट और दिल में महेंद्र सिंह धोनी से मिलने का जुनून, इस लड़के को हरियाणा से रांची पहुंचा दिया। धोनी से मिलने के लिए 16 दिन की यात्रा कर वह रांची पहुंच गया है।

हरियाणा के जलान खेड़ा का 18 वर्षीय अजय गिल हाथों में तिरंगा और कंधे पर क्रिकेट किट लिए धोनी से मिलने 1436 किलोमीटर पैदल चलकर छालों समेत रांची पहुंचे।

ऐसी दीवानगी देखी नहीं: सपने में बुलाया धोनी ने तो 18 साल का लड़का 1436 किमी पैदल चल पहुंचा हरियाणा से रांची

खुद को धोनी का जबरा फैन कहता है

अजय कहता है कि वह धोनी का जबरा फैन है। उसने बताया कि धोनी एक बार उसके सपने में आए और पैदल रांची आकर उनसे मिलने को कहा। बस सब छोड़–छाड़ वह रांची की यात्रा पर निकल गया। अजय के पैरों में छाले पड़ गए हैं। उसका कहना है कि वह धोनी से मिलने के बाद ही यहां से वापस जाएगा।

धोनी से मिलने की जिद में सिमलिया स्थित फार्म हाउस के बाहर खड़ा है

उसका कहना है कि जब वह इतनी दूर पैदल आ सकता है तो धोनी उससे मिलने के लिए 10 मिनट का समय नहीं निकाल सकते। इसी जिद के साथ वह धोनी के सिमलिया स्थित फॉर्म हाउस के बाहर मौजूद है। लेकिन धोनी अभी रांची में नहीं हैं। वह आईपीएल में अपनी टीम का हिस्सा बनने के लिए चेन्नई गए हुए हैं।

नाई का काम करने के साथ-साथ क्रिकेट खेलता है अजय

इसके अलावा अजय ने बताया कि उसने 12वीं पास कर ली है। फिलहाल वह अपने ही शहर में नाई का काम करता है। उसने आगे बताया कि वह क्रिकेट खेलता है और इसी में अपना करियर बनाना चाहता है। जब से महेंद्र सिंह धोनी ने संन्यास लिया, तब से उसने खेलना ही बंद कर दिया था, लेकिन अब वह धोनी का आशीर्वाद लेकर दोबारा अपना करियर शुरू करना चाहता है।

दो साल पहले दुकान बेच धोनी से मिलने आया फैन

इससे पहले जुलाई 2019 में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रवींद्र सैनी धोनी से मिलने रांची आ गए थे। रवींद्र सहारनपुर स्थित अपनी छोटी सी दुकान बेचकर धोनी से मिलने रांची चले आए थे। वह करीब दो साल तक धोनी के आशीर्वाद के लिए भटकते रहे, लेकिन अंतत: वह कामयाब हुए।

मुलाकात होने पर धोनी ने भी उनकी भावना का सम्मान किया और अपने घर पर ही उन्हें गार्ड की नौकरी पर रख लिया। 2013 से 2018 तक सैनी ने यहां अपनी सेवा दी। इस दौरान वह यहां धोनी का सान्निध्य भी पाते रहे। बाद में मां की बीमारी के कारण रवींद्र को सहारनपुर लौटना पड़ा।

Avinash Kumar Singh

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