अफगानिस्तान के डर से खौफजद हुआ हरियाणा, अपने परिवार को बचाने की छात्रों ने लगाई गुहार

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अफगानिस्तान के हालात बेकाबू होते हुए देख अब इसका असर भारत में भी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। खौफनाक मंजर की भाभी तस्वीरों ने हरियाणा को भी झकझोर कर रख दिया है। दरअसल, हरियाणा के अंतर्गत इस खौफनाक मंजर के बाद छात्रों में डर का माहौल पनपने लगा है।

दरअसल, कुछ ऐसे छात्र भी है जो अपने मुल्क अफगानिस्तान से भारत में अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, और ऐसे में यह छात्र अपने देश को प्रगति पथ पर अपनी शिक्षा ग्रहण कर ले जाना चाहते हैं। मगर अब यह विद्यार्थी डरे सहमें दिखाई दे रहे हैं। दरअसल इन छात्रों का कहना है कि किसी भी सूरत में ऐसे छात्रों का नाम उजागर नहीं किया जाए। अगर उनका नाम कहीं से भी सामने आता है तो तालिबान के आतंकी उनके घरों में घुसकर परिवार को परेशान करेंगे।

अफगानिस्तान के डर से खौफजद हुआ हरियाणा, अपने परिवार को बचाने की छात्रों ने लगाई गुहार

विद्यार्थियों के मुताबिक, हाल ही में वह इन सभी हालातों से गुजर चुके हैं, जहां उनके परिवारों को सर्च के नाम पर परेशान कर दिया जा रहा था। दरअसल, हिसार स्थित लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय और चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में अफगानिस्तान के करीब सात विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन विद्यार्थियों के दिलो दिमाग पर तालिबान का खौफ इस कदर छाया है कि वह अपने किसी साथी से इस मुद्दे पर बात करना तक नहीं चाहते हैं। इन छात्रों ने दैनिक जागरण को नाम न बताने की शर्त पर अपनी समस्याओं को उजागर किया है।

अफगानिस्तान के डर से खौफजद हुआ हरियाणा, अपने परिवार को बचाने की छात्रों ने लगाई गुहार

एक छात्र के मुताबिक, तालिबान ने पूरे देश पर कब्जा कर लिया है। परिवार से हाल ही में बात हुई। वह डरे हुए हैं। क्योंकि मैं कृषि विभाग में अधिकारी हूं। ऐसे में सरकारी अधिकारी होने के बाद नाते तालिबान ऐसे लोगों के घर में सर्च कर रहा है। मेरे भी घर में सर्च हुआ है। इसलिए मैं अपनी पहचान भी नहीं बता सकता। नहीं तो वह मेरे परिवार को नहीं छाेड़ेंगे।

अफगानिस्तान के डर से खौफजद हुआ हरियाणा, अपने परिवार को बचाने की छात्रों ने लगाई गुहार

अभी तक छात्रवृत्ति की धनराशि से मेरा काम चल रहा है। मगर, ऐसे ही हालात रहे तो मेरा परिवार और पढ़ाई दोनों चलाना आसान नहीं होगा। मेरे चार बच्चे, भाई, बहन, पत्नी, अम्मी, अब्बू हैं। कैसे अब आगे उनका ध्यान रखूंगा। आगे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से पीएचडी करूंगा। ऐसे में मेरी भारतीय सरकार से विनती है कि वह ऐसी व्यवस्था करे कि परिवार के साथ भारत में रहकर पढ़ाई कर सकूं।