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महामारी के दौरान भी नहीं थमा रक्तदान का सिलसिला।

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फरीदाबाद वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण देश और दुनिया में कोहराम मचा हुआ है लेकिन इस बीमारी के दौरान भी हमें अन्य बीमारियों से होने वाले खतरे पर भी ध्यान देना है इसीलिए समाज के कुछ सामाजिक लोगों ने इस भयंकर बीमारी के दौरान भी अपना काम करना नहीं छोड़ा वह इस महामारी में भी थैलेसीमिया जैसी बीमारी से बचाव के लिए रक्तदान शिविर का आयोजन निरंतर अलग-अलग जगहों पर कर रहे हैं।

महामारी के दौरान भी नहीं थमा रक्तदान का सिलसिला।

मारवाड़ी युवा मंच द्वारा शहर में कई इलाकों में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है केवल शहरी नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी रक्तदान शिविर का आयोजन होता है रक्तदान के बाद लोगों को अपनी अनमोल रक्त की बूंदों को देने के लिए धन्यवाद भी किया जाता है।

संगठन मंत्री विमल खंडेलवाल ने बताया की कोरोना जैसी महामारी के दौरान दे रक्तदान करने वाले लोग एक महान दान कर रहे हैं उन्होंने यह भी कहा की रक्त को कोई भी मशीन नहीं बना सकते इसीलिए रक्त की एक एक बूंद बेहद अनमोल है इसलिए जो भी व्यक्ति रक्तदान करने में सक्षम हो तो वह आगे आकर लोगों की सेवा जरूर करें।

महामारी के दौरान भी नहीं थमा रक्तदान का सिलसिला।

इसी के साथ ही राजकुल सांस्कृतिक संस्था एवं मानव सेवा समिति द्वारा रविवार 14 जून को ही रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया । इनका एक ही नारा था रक्तदान महादान और इसी नारे के साथ उन्होंने अपने इस शिविर को संपूर्ण किया 40 से 45 लोगों ने आकर कैंप में ब्लड डोनेट किया इसी के साथ साथ हमें यह भी बताया गया कि सुरेंद्र जग्गा जोगी सेक्टर 9 के निवासी हैं वह हर बार इस रक्तदान शिविर में आकर रक्त का दान करते हैं।

महामारी के दौरान भी नहीं थमा रक्तदान का सिलसिला।

जग्गा ने कहा कि वह साल में तीन बार रक्त को दान अवश्य करते थे लेकिन जब से उनकी उम्र 55 वर्षीय हो गई है उन्होंने साल में दो बार रक्तदान करने का निर्णय लिया हालांकि उन्होंने बताया कि लगभग 60 बार उन्होंने अपना रक्तदान किया अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि 60 बार रक्तदान यानी कि इतना खून जिसने ना जाने कितने लोगों की जान जाने से बचा लिया। यदि मान कर चलें कि हर बार 1 लीटर खून दिया गया हो तो लगभग 60 लीटर खून उन्होंने सेवा में लगा दिया।

महामारी के दौरान भी नहीं थमा रक्तदान का सिलसिला।

ऐसे लोग जो रक्तदान शिविर का आयोजन करते हैं और ऐसे लोग जो रक्त दान करते हैं इन दोनों की महानता के बारे में जितनी तारीफ करी जाए उतनी कम है और फिर महामारी के दौरान भी थैलेसीमिया से ग्रस्त लोगों को बचाने के लिए रक्तदान शिविर का आयोजन करना बेहद कठिन कार्य हमें ऐसे लोगों का धन्यवाद करना चाहिए और पहचान फरीदाबाद की टीम की ओर से भी इन सभी को शत शत नमन।

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