यह कहा जाना एकदम सही होगा कि पहले अफगानी लोग अपनी मर्जी से अपनी जिंदगी को सवारते थे और जिंदगी को और भी बेहतर बनाते थे। अफगानियों के बारे में यह भी कहा जाता है कि वह काफी मॉडर्न और फैशनेबल होते हैं। उनकी जिंदगी में कोई रोक टोक भी नहीं होती थी। जो चाहे वह कर सकते थे लेकिन तालिबानियों ने हालात और जज्बात दोनों बदल कर रख दिए।
कॉलेज में महिला शिक्षक विद्यार्थियों को नई तकनीक के बारे में बताते हुए

घर घर जाकर लोगों का इलाज करती नर्सें

जलेबी बनाता अफगानी हलवाई

महिलाएं म्यूजिक रिकॉर्ड की दुकान में

विरोध प्रदर्शन करते लोग

सड़कों पर घूमते दो अफगान नागरिक

हर रोज की तरह अफगानिस्तान की सड़को पर घूमते नागरिक, 1978

एक साथ शिक्षित होते लड़का और लड़की, कोई भी शिक्षा में नहीं दिखता कोई भी अंतर

काबुल में पेशावर, पाकिस्तान जाती हुई लोगों से भरी बस

बहनों को दिखता प्यार, हाथ में हाथ डाले काबुल की दो बहने

खाली समय में झूमते ,मुस्कुराते अफगानिस्तान के लड़के

मुस्कुराते हुए स्कूल से लौटती लड़कियां

दूर-दूर से विदेशी लोग करने आते थे अफगानिस्तान में शॉपिंग

तब शिक्षा था सबका अधिकार,गानों पर झूमते हुए दिखाई दे रहे हैं बच्चे

1972 में काबुल की सड़कों पर बेखौफ होकर शॉर्ट ड्रेसेस पहनती थी महिलाएं।
