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जब सरपंच बना डॉन : SP से कहा कुछ भी करलो मगर नहीं करूँगा ‘ये’ काम, फिर जो हुआ जानकार अचंभित रह जाएंगे आप

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कभी – कभी ऐसे मामले सामने आते हैं जिनपर यकीन कर पाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। ऐसे मामले बहुत कम आते हैं लेकिन सदियों तक चर्चा का विषय बने रहते हैं। ऐसा ही एक मामला आया भिंड से। यहां सिंध में आई बाढ़ के बाद एक भैंस के बहने और उसकी वापसी का रोचक मामला सामने आया है। बाढ़ में बह रही एक भैंस को एक गांव के सरपंच ने पकड़ लिया।

उसकी साजिश क्या थी वो तो सरपंच ही जाने लेकिन उसने जो किया वह आज हर तरफ गूँज रहा है। दरअसल, भैंस के बारे में जानकारी पर मालिक को हुई तो उसे लेने पहुंचा तो सरपंच ने 50 हजार रुपए मांगे। शिकायत के बाद सरपंच ने SP से भी कह दिया कि भले ही केस दर्ज करा दो, लेकिन भैंस नहीं दूंगा। बाद में कांग्रेस नेता के हस्तक्षेप के बाद सरपंच ने भैंस को उसके मालिक को सौंपा।

जब सरपंच बना डॉन : SP से कहा कुछ भी करलो मगर नहीं करूँगा 'ये' काम, फिर जो हुआ जानकार अचंभित रह जाएंगे आप

पुलिस के सामने भी कभी – कभी ऐसे मामले सामने आते हैं जहां उसे वहां कुछ समझ नहीं आता। आपको बता दें, 4 अगस्त को भारौली कलां गांव सिंध की बाढ़ से तबाह हो गया। इस दौरान घर-गृहस्थी के सामान के साथ लोगों का लाखों का नुकसान हो गया। कई लोगों के गाय-भैंस भी पानी में बह गए। गांव के ही राहुल सिंह राजावत की भैंस भी पानी में बह गई।

जब सरपंच बना डॉन : SP से कहा कुछ भी करलो मगर नहीं करूँगा 'ये' काम, फिर जो हुआ जानकार अचंभित रह जाएंगे आप

पहले तो उन्हें कि वह उसे खो चुके हैं लेकिन किसी तरह उसकी जानकारी राहुल तक पहुंची। भैंस करीब 15 किमी दूर रौन क्षेत्र के मेंहदा घाट पुल के पास बीहड़ के टीले पर फंस गई थी। यहां बहादुरपुरा सरपंच समेत बिछाैली गांव के कुछ युवक मौजूद थे। राहुल के मुताबिक, सरपंच विक्रम सिंह ने बिछौली गांव के राजवीर सिंह राजावत और राजेंद्र सिंह सिसोदिया से भैंस को पकड़कर बंधवा दिया। इसके बाद तीनों में भैंस के बंटवारे को लेकर विवाद हो गया।

जब सरपंच बना डॉन : SP से कहा कुछ भी करलो मगर नहीं करूँगा 'ये' काम, फिर जो हुआ जानकार अचंभित रह जाएंगे आप

सरपंच उस समय लालची बन गया और अपनी लालच के कारण डॉन जैसा बर्ताव करने लगा इसलिए सरपंच का कहना था कि दोनाें 10-10 हजार रुपए ले लें और भैंस वह खुद रख लेगा, जबकि राजवीर और राजेंद्र ने कहा कि भैंस को बेचकर जो भी पैसे मिलेंगे, उसे बराबर बांट लेंगे। यह जानकारी मालिक को मिली इसके बाद वह भैंस को वापस लेने के लिए बिछौली पहुंचा।

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