शुक्रवार को शोक प्रस्ताव के साथ शुरू हुई सदन की कार्यवाही में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की गैरमौजूदगी में हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला द्वारा शोक प्रस्ताव पढ़े गए। वहीं यह बात भी स्पष्ट हो गई कि हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र जो कि 5 दिन चलने वाला था वह मात्र तीन दिन चलेगा वहीं 2 दिन का अवकाश रहेगा।
वहीं इस दौरान हरियाणा सरकार ने विधानसभा में उठाए गए एक सवाल के जवाब में कहा कि संक्रमण की दूसरी वेब के दौरान ऑक्सीजन की कमी से कोई भी मौत नहीं हुई है। जिसका राज्य में कोई रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुआ हो। कोविड से 24 मार्च से 31 जुलाई तक 9635 लोगों ने जान गंवाई वहीं 26 डॉक्टरों व अन्य स्टाफ को 50 लाख रुपये का जीवन बीमा कवर प्रदान किया गया।
गौरतलब, इससे पहले कांग्रेस ने हाईकोर्ट चौक से लेकर विधानसभा तक रोष मार्च निकालकर पेपर लीक कांड से संबंधित तख्तियां और बैनर हाथ में लेकर नारेबाजी करते हुए विधायक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में विधानसभा पहुंचे थे।
वहीं इस दौरान भी नाके पर पुलिस द्वारा रोकने के कारण काफी नोकझोंक हुई और काफी देर बाद उनको विधानसभा में जाने दिया गया भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हमें जानबूझकर लेट करने के लिए इस तरह का कदम उठाया जा रहा है। हुड्डा ने पुलिस पर धक्का मारने का भी आरोप लगाया।
स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने बताया कि विधानसभा सत्र तीन दिन का रहेगा लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो इसे बढ़ाया जा सकता है। प्रश्न काल तीनों दिन होगा। विपक्ष की तरफ से पेपर बिल को लेकर कॉल अटेंशन प्रस्ताव आए हैं। सरकार की तरफ से प्रदेश में पेपर लीक रोकने पर बिल लाया जाएगा जिस पर विधानसभा में बहस होगी और सुझाव सुने जाएंगे।
सत्र के हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं। सरकार और विपक्ष के बीच अनेक मुद्दों पर टकराव की जमीन तैयार हो चुकी है। विपक्ष बेरोजगारी, पेपर लीक, अपराध व किसान आंदोलन के मुद्दों को उठाएगा तो सत्ता पक्ष जवाबी हमला बोलेगा।