जल ही जीवन है, यह न केवल कहावत है बल्कि एक सच्चाई है। वर्तमान में प्रत्येक गांव, जिला आदि पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। प्रीतिदिन की भागदौड़ भरी जिंदगी में इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए कि जिस पानी को हम पी रहे हैं, या इस्तेमाल कर रहे हैं, क्या वह जल सुरक्षित है भी या नहीं ?
लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जल जीवन मिशन के तहत जन स्वास्थ्य विभाग अभियांत्रिक की ओर से मोबाइल वाटर टेस्टिंग के माध्यम से पानी की गुणवत्ता की जांच की जा रही है। इस मोबाइल वाटर टेस्टिंग वैन द्वारा गांव – गांव जाकर पानी की जांच करवाई जा रही है। 31 अगस्त तक यह मोबाइल वैन फरीदाबाद जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों में पहुंच कर पानी की जांच करेगी।
मोबाइल वाटर टेस्टिंग वैन को शुक्रवार को उपमंडल अभियंता मोहम्मद असलम, लैब कैमिस्ट वंदना और विभाग के जिला सलाहकार सत्यनारायण नेहरा द्वारा ऑफिस से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। जिला सलाहकार सत्यनारायण नेहरा ने कहा कि जल का हमारे जीवन में एक विशेष महत्व है।
इसलिए इसकी गुणवत्ता हम सभी के लिए काफी मायने रखती है। यही संदेश जल जीवन मिशन एवं जल शक्ति अभियान के जरिए निरंतर शासन – प्रशासन द्वारा आमजन तक पहुंचाया जा रहा है। मोबाइल टेस्टिंग वैन द्वारा इस कार्य को बखूबी किया जा रहा है।
बता दें कि मोबाइल वाटर टेस्टिंग एक आधुनिक उपकरण है, जिसके द्वारा गावों में पानी की गुणवत्ता की जांच मौके पर ही की जा सकती है। मोबाइल वाटर टेस्टिंग एक चलती – फिरती लैब है, जिसके माध्यम से पानी की जांच की जाएगी। दूर के वे इलाके जो रिमोट क्षेत्र में आते हैं,
उनके लिए यह आधुनिक उपकरण सबसे अधिक उपयोगी साबित होगा। साथ ही इस मोबाइल लैब को महामारी व आपातकाल की स्थिति पैदा होने पर वैन के माध्यम से किसी भी गांव में उस समय तक स्टेशन लैब के रूप में स्थापित किया जा सकता है।
कनिष्क अभियंता गौरव धीमान, हरेंद्र नागर, अमित चौधरी व दीपक पांचाल आदि मोबाइल वाटर टेस्टिंग वैन को रवाना करने के दौरान मौके पर उपस्थित रहे। उपमंडल अभियंता असलम का कहना है कि इस मोबाइल वैन द्वारा 1 दिन में लगभग 7 गांवों को विजिट किया जाएगा। साथ ही लैब केमिस्ट वंदना ने बताया कि पानी के कुल 9 पैरामीटर टीडीएस, पीएच, टर्बिडिटी, आयरन, हार्डनेस, फ्लोराइड, नाइट्रेट सल्फेट तथा जिंक तत्वों की इस चलती – फिरती मोबाइल लैब वैन के माध्यम से जांच की जाएगी।