चलो बाजार : रसीला आम हुआ इतना जरूरी की भूल गए कोरोना

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गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है। ऐसे में बाजार में गर्मी के सीजन में मिलने वाले फलों की भरमार है। एक तरफ सूर्य कि तपिश ने लोगों का घर से बाहर कदम रखना भी मुश्किल कर रखा है। ऐसे में लोग रसीला फल और फलों का राजा कहे जाने वाले आम के लिए भेड़ की तरह झुंड बनाकर खरीदारी कर रहे हैं।

माना, कि फलों का सेवन करना भी जरूरी है। लेकिन अपनी जान से बढ़कर जीभ का ऐसा भी क्या स्वाद, जो हमारे अपनों के लिए ही परेशानी का कारण बन जाएं।

चलो बाजार : रसीला आम हुआ इतना जरूरी की भूल गए कोरोना

यह तस्वीरें आपको हैरान कर रही होंगी कि ऐसी वैश्विक महामारी में जहां सरकार लोगों से दो गज की दूरी बनाने की अपील कर रहे हैं।

वहीं आमजन आमों को खरीदने के लिए एक दूसरे से सटे हुए दिखाई दे रहे है। यहां तो सोशल डिस्टेंस का नामोनिशान तक खत्म हो चुका है। ऐसे में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलना लाजमी है।

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मगर लोग है कि सुनने को राज़ी ही भी है, और अपनी मनमानी कर पूरे जिले को कोरोना बीमारी खैरात में बाटने में लगे हैं।

आमजन को यह बात समझनी होगी कि अपने जीवन से बढ़कर कुछ नहीं है। अगर यह बीमारी नहीं रुकी तो आने वाला समय लोगों के जीवन में श्राप बन सकता है। यदि लोगों ने थोड़ा भी सब्र कर लिया तो जल्दी ही इस बीमारी से छुटकारा मिल सकता है।

चलो बाजार : रसीला आम हुआ इतना जरूरी की भूल गए कोरोना

साथ ही अगर बात करें तो फलों की या मन की इच्छा की तो गर्मियों का सीज़न हर साल आता हैं। लेकिन बावजूद आज इस तरह की तस्वीरें देखने को मिल रही है। इसलिए जरूरी है कि सबसे पहले अपने जीवन की रक्षा की जाए उसके बाद ही किसी चीज को महत्व दें।