Monsoon: 27 अगस्त तक मौसम रहेगा परिवर्तनशील, प्रदेश के इन जिलों में हो सकती है हल्की से भारी बारिश

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मानसून की सक्रियता बढ़ने से हरियाणा में 20 अगस्त से 23 अगस्त के दौरान प्रदेश के उत्तर व दक्षिणी क्षेत्रों के ज्यादातर जिलों में भारी बारिश हुई थी। वहीं पश्चिमी जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई।

अचानक मौसम में परिवर्तन इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल की खाड़ी में बने एक कम दबाब के क्षेत्र व साथ में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से मानसूनी हवाओं की सक्रियता बढ़ी।

Monsoon: 27 अगस्त तक मौसम रहेगा परिवर्तनशील, प्रदेश के इन जिलों में हो सकती है हल्की से भारी बारिश

मानसून की टर्फ रेखा अब बीकानेर, भिवानी, दिल्ली, बरेली, गोरखपुर, दरभंगा, उत्तर पूर्व असम तक बनी हुई है।

Monsoon: 27 अगस्त तक मौसम रहेगा परिवर्तनशील, प्रदेश के इन जिलों में हो सकती है हल्की से भारी बारिश

जिसका पश्चिमी छोर अगले 24 घंटों में हिमालय की तलहटियों की तरफ बढ़ सकता है। इसकी संभावना को देखते हुए राज्य में मानसूनी हवाएं थोड़ी कमजोर हो चुकी हैं। जिससे अगले चार दिनों तक मानसून ब्रेक की स्थिति बनने की संभावना है।

बदलाव का यह होगा प्रभाव

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हरियाणा में 27 अगस्त तक मौसम के परिवर्तनशील रहने की संभावना है। साथ ही बीच-बीच में आंशिक बादल तथा हल्की गति से पश्चिमी हवा चलने की भी आशंका है। जिससे दिन के समय तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है। इस दौरान राज्य के उत्तरी क्षेत्र में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की भी संभावना है।

Monsoon: 27 अगस्त तक मौसम रहेगा परिवर्तनशील, प्रदेश के इन जिलों में हो सकती है हल्की से भारी बारिश

इन जिलों में हुई कम से अधिक बारिश

दक्षिण पश्चिम मानसून जून से शुरू होकर जुलाई और अगस्त पूरा कर रहा है। ऐसे में फतेहाबाद, गुरुग्राम, हिसार, झज्जर, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, करनाल में जोरदार बारिश हुई है।

Monsoon: 27 अगस्त तक मौसम रहेगा परिवर्तनशील, प्रदेश के इन जिलों में हो सकती है हल्की से भारी बारिश

वहीं बात करें अंबाला, भिवानी, चरखी दादरी, फरीदाबाद, पंचकूला, रोहतक, यमुनानगर की तो यहां सामान्य से भी कम बारिश हुई है।

पिछले साल प्रदेश के जिलों का यह था हाल

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पिछले साल दक्षिण पश्चिम मानसून में प्रदेश के 22 जिलों में से आठ जिलों में सामान्य बारिश हुई वहीं तीन जिलों में सामान्य से अधिक बारिश और 10 जिलों में सामान्य से भी कम बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में सबसे कम पंचकूला में 65 फीसद बारिश हुई थी वहीं रोहतक में 57 फीसद तो भिवनी में 45 फीसद बारिश कम दर्ज की गई थी। प्रदेश में सबसे अधिक बारिश सिरसा में 43 फीसद हुई। कैथल में 35 और करनाल में 29 फीसद अधिक बारिश हुई।