लॉकडाउन के बाद जैसे ही सरकार द्वारा अनलॉक वन के तहत लोगों के जीवन को सामान्य करने के लिए सभी औद्योगिक एवं अन्य इकाइयों को व्यवस्थित ढंग से सुचारू रूप से चालू करने का फैसला लिया गया तब से ही कई बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों की छटनी कर चुकी है।
अब यही प्रक्रिया कई कारण देते हुए हरियाणा राज्य सरकार द्वारा नगर निगम में कार्य कर रहे कच्चे कर्मचारियों पर भी लागू की जा रही है जिसके चलते निगम में ठेकेदारी के तहत कार्य कर रहे जूनियर इंजीनियरों की निगम से छंटनी की जा रही है।
बताया जा रहा है कि हरियाणा राज्य सरकार के आदेश अनुसार फरीदाबाद नगर निगम में कॉन्ट्रैक्ट आधार पर काफी सालों से नौकरी कर रहे जूनियर इंजीनियरों को अब हटाने का निर्णय ले लिया गया है जिन के स्थान पर निगम में स्थाई तौर पर पक्के जूनियर इंजीनियर नियुक्त किए जा रहे हैं।
हरियाणा राज्य सरकार द्वारा हाल ही में बड़े पैमाने पर जूनियर इंजीनियरों की भर्ती की गई थी जिसके बाद भर्ती में पास हुए सभी जूनियर इंजीनियरों को पूरे हरियाणा राज्य में अब नियुक्ति दी जा रही है।
इसी के चलते फरीदाबाद नगर निगम को करीब 25 से 30 नए पक्के जूनियर इंजीनियर दिए जा रहे हैं जिन्हें जल्द ही नगर निगम में नियुक्त किया जाएगा। नियुक्त किए जा रहे नए जूनियर इंजीनियरों की एवज में पहले से अस्थाई तौर पर निगम में कार्यरत जूनियर इंजीनियरों की छुट्टी निगम द्वारा की जा रही है।
हरियाणा राज्य सरकार द्वारा पारित किया गया आदेश नगर निगम तक पहुंच चुका हैं जिसमें कहा गया है कि इस सप्ताह के भीतर भर्ती किए गए सभी नए जूनियर इंजीनियरों को नियुक्ति पत्र दे दिया जाएगा और अस्थाई तौर पर निगम में कार्यारत पुराने जूनियर इंजीनियरों को नौकरी छोड़नी होगी।
बता दें कि फिलहाल वर्तमान में फरीदाबाद नगर निगम में 39 जूनियर इंजीनियर कार्य कर रहे हैं जिनमें से 26 सिविल , 6 मैकेनिकल, 4 बागवानी और 3 इलेक्ट्रिकल विभाग में कार्यरत है इसके अतिरिक्त भी 3 पक्के जूनियर इंजीनियर अभी भी फरीदाबाद नगर निगम में कार्यरत हैं।
निगम के पास सरकार के आदेश भी पहुंच गए हैं। इस सप्ताह सरकार द्वारा भर्ती किए गए सभी जूनियर इंजीनियरों को नियुक्ति पत्र दे दिए जाएंगे। इसके बाद वह निगम में स्थाई तौर पर ज्वाइंनिंग ले लेंगे।
नौकरी बचाने कि जुगत में लगे जूनियर इंजीनियर :-
हरियाणा राज्य सरकार द्वारा आदेश पारित किए जाने के बाद निगम में तैनात जूनियर इंजीनियरों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है लेकिन नए जूनियर इंजीनियर नियुक्त किए जाने के बाद भी कुछ पद अस्थाई जूनियर इंजीनियरों के लिए रिक्त होंगे। जिसके चलते अब निगम में ऊंची पहुंच रखने वाले अस्थाई जूनियर इंजीनियर अपनी पहुंच लगाकर अपनी नौकरी बचाने के सभी संभव प्रयास कर रहे हैं।
सरकार द्वारा अस्थाई रूप से निगम में कार्य कर रहे जूनियर इंजीनियरों को हटाए जाने को लेकर कारण यह भी दिया गया है कि अस्थाई तौर पर कार्य कर रहे जूनियर इंजीनियर सरकार के तहत ना आकर बल्कि ठेकेदारों के तहत कार्य करते हैं।
उनके काम में कुशलता नहीं होती है और कई बार कच्चे जूनियर इंजीनियरों को रिश्वत लेते हुए भी पकड़ा गया है एवं अन्य कई शिकायतें भी उनके खिलाफ प्राप्त हुई है। इसलिए ऐसे कुछ कारणों एवं अन्य कुछ कारणों को देखते हुए सरकार द्वारा यह फैसला लिया जा रहा है।