स्वाद और मिजाज के लिए मशहूर इंदौर नशे की गिरफ्त में है। ड्रग्स तस्करी के मामले में ड्रगवाली आंटी प्रीति जैन के गिरफ्त में आने के बाद उसके साथी अंडर ग्राउंड हो गए हैं। युवाओं को नशे का एडिक्ट बनाने वाली ‘ड्रग वाली आंटी’ काजल जैन उर्फ प्रीति पुलिस रिमांड में है। उसने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि वह ड्रग्स लेने हर शुक्रवार और शनिवार को फ्लाइट से दिल्ली जाया करती थी।
ड्रग्स की ऐसी दुनिया का खुलासा हुआ, जिससे हर कोई हैरान है। दिल्ली में एयरपोर्ट के आसपास के इलाकों में नाइजीरियन उसे आसानी से ड्रग्स उपलब्ध करवा दिया करते थे। वह सड़क मार्ग से इंदौर लौटती थी। रास्ते में चेकिंग के दौरान फर्राटेदार अंग्रेजी बोलकर पुलिसवालों को चकमा दे देती थी। वह इसके पीछे काजल जैन उर्फ प्रीति ने कारण बताया कि रविवार वीक ऑफ के चलते बार एंड रेस्टोरेंट में नशे की डिमांड अधिक होती है, इसलिए वह पहले से ही ड्रग्स की डोज दिल्ली से लाकर अपने पास रख लेती थी।
ड्रग वाली आंटी, जो इस वक्त सुर्खियों में है। ड्रग वाली आंटी का असली नाम प्रीति है और वह पुणे से ताल्लुक रखती थी और अपने बेटे को पायलट बनाना चाहती थी। प्रीति की निशानदेही पर पकड़े गए अन्य आरोपियों के मोबाइल, सोशल मीडिया चैटिंग में पुलिस को नशे के कई एडिक्ट लोगों, नशा खरीदने व रखने वालों की भी जानकारी मिली है। ऐसे करीब 26 और आरोपी चिह्नित किए गए हैं, जिनके तार इस गिरोह से जुड़े हैं। पुलिस सभी की तस्दीक कर रही है।
इंदौर पुलिस को शहर में ड्रग्स की धड़ाधड़ सप्लाई होने की जानकारी मिली थी। पुलिस को ड्रग वाली आंटी के बेटे यश जैन और उसके साथी यश वर्धन तिवारी की भी तलाश जारी है। काजल जैन से रिमांड में हुई पूछताछ के बाद पुलिस को पता चला है कि इस गोरखधंधे के तार ना सिर्फ दूसरे राज्यों में जुड़े हैं, बल्कि विदेशों तक इस रैकेट का कनेक्शन है।
इंदौर में ड्रग्स के नेटवर्क का खुलासा हुआ तो हर कोई हैरान रह गया। प्रीति के साथ पकड़े गए अन्य आरोपियों को लेकर इंदौर पुलिस दिल्ली गई थी। यहां उत्तम नगर, द्वारका, जनकपुरी और करोल बाग में पुलिस इन्हें लेकर घूमी। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट एरिया में भी पुलिस ने सर्चिंग की। काजल जैन उर्फ प्रीति के मुताबिक वह आईजीआई एयरपोर्ट इलाके में ही किसी नाइजीरियन सप्लायर से कोकीन और एमडी ड्रग्स लिया करती थी।