कम से कम 45 वर्ष बाद भारत-चीन विवादित सीमा पर मृत्यु की पहली घटना सामने आई है।भारत और चीन के बीच तनाव और बढ़ता दिखाई दे रहा है। सोमवार को गलवन घाटी मे पीछे हटने की प्रक्रिया के दौरान दोनों देशो के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इस हिंसक झड़प के दौरान एक आर्मी अफसर और 2 सैनिकों को वीरगति प्राप्त हुई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को एलएसी पर हुए घटना क्रम के बाद, मंगलवार पूरब लद्दाख मे हालातो का निरक्षण किया है जिसमे सीडीस(चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ), और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी मौजूद थे।
तनाव का कारण
दोनो आर्मी के बीच तनाव की स्थतिथि बढ़ते जा रही है जब से पिछले महीने पांगओनग( पूरब लद्दाख)और नाकुला(सिक्किम) मे दोनों देशो के बीच झड़प हुई थी। उस झड़प के बाद से दोनों आर्मी ने अपने अपने सैनिकों को घातक हतियारो के साथ और भारी मात्रा मे एलएसी पर तैनात कर दिया हैं।
चीन का पक्ष
वही दूसरी तरफ चीन की न्यूज़ संस्था ग्लोबल टाइम्स ने चीन के विदेश मंत्रालय को कोट करते हुए कहा ” भारतीय सैनिकों ने सोमवार को भारत-चीन समझौते का उल्लंघन किया और असमविधानिक तरिके से दो बार बॉर्डर पार करने की कोशिश करि”। साथ ही साथ ग्लोबल टाइम्स ने अपने वक्तव्य मे यह भी बोला है कि वो सही आंकड़े सुनिश्चित नही कर सकते है।
सोमवार रात को ग्लोबल टाइम्स की चीफ रिपोर्टर वांग वेन्वेन ने चीन आर्मी मे मृत्यु रिपोर्ट की थी और उनके ट्वीट के अनुसार बिना गोली चले चीन आर्मी के 5 सैनिको की मौत हुई हैं और 11 सैनिक घायल हुए हैं।
दोनो देशो के सीनियर मिलिट्री अफसर अभी बॉर्डर पर तनाव कम करने के किए बैठक कर रहे है।भारत-चीन बॉर्डर पर यह 45 वर्ष बाद पहली हिंसक झड़प है जिसमे एक आर्मी अफसर और 2 सैनिक कल रात शहीद हो गए हैं।
Written by- हर्ष दत्त