शादी के आठ साल तक बच्चे नहीं हुए। महिला और उसका परिवार तंग आ गया। शादी होने के बाद लड़की यही चाहती है कि वह जल्द से जल्द बच्चे की मां बने। गाजियाबाद में शादी के आठ साल बाद एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया। तीन लड़के और एक लड़की है। प्रसव समय से पूर्व आठ महीने में हुआ है। बच्चों का वजन कम होने के कारण उनको नर्सरी में रखा गया है।
महिला की उम्र 32 साल है। बच्चे और महिला सभी स्वस्थ हैं। जिस घर के अंदर नन्हा बच्चा पैदा होता है उस घर के परिवार वालों की खुशियों का कोई ठिकाना नहीं रहता है।
गाजियाबाद के इस दंपति ने आठ साल तक संतान नहीं होने के कारण इलाज भी कराया था। विशेष रुप से माता-पिता अपने बच्चे के जन्म पर बहुत ज्यादा खुश होते हैं। बच्चा पैदा होने पर घर के अंदर बधाई देने वाले लोगों की भीड़ नहीं रहती है और हर तरफ खुशी का माहौल बना रहता है। कमला नेहरू नगर निवासी दंपती की शादी आठ साल पहले हुई थी। बच्चे पैदा न होने पर दो साल पहले इलाज शुरू कराया था। दो महीने की गर्भवती होने के बाद यशोदा अस्पताल की उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ महिला रोग विशेषज्ञ ने इलाज शुरू किया।
आईवीएफ क्लीनिक के डॉक्टरों ने कहा कि महिला और उसके पति ने बच्चे की आस छोड़ दी थी। उन्होंने एआरटी जैसी प्रक्रिया भी अपनायी थी लेकिन सफलता नहीं मिली। इलाज के दौरान डॉक्टरों और महिला को पता था कि गर्भ में चार बच्चे पल रहे हैं। 12 जुलाई को रात में प्रसव पीड़ा बढ़ने पर परिजन यशोदा अस्पताल ले गए। डॉक्टरों की टीम ने महिला की स्थिति को देखते हुए इमरजेंसी में भर्ती किया। ऑपरेशन के बाद तीन लड़के और एक लड़की पैदा हुई।
परिवार में चौगुनी खुशियां आई हैं। तीनों लड़कों का वजन 1.680 किग्रा, 1.600 किग्रा, 1.330 किग्रा और लड़की का वजन 1.580 किग्रा है।