नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के आव्हान पर आज नगर निगम के 5 हजार कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर कार्यालय सहित सफाई, सीवर, बागवानी, मेंटेनेंस तथा नगर निगम संबंधी अन्य सभी कामकाज ठप किए।
हड़ताल की सफलता का हनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि निगम मुख्यालय मैं कर्मचारियों ने सुबह ही ताला जड़ दिया था और निगम मुख्यालय पर नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला प्रधान गुरचरण खांडिया व फरीदाबाद नगर निगम कर्मचारी फेडरेशन के प्रधान रमेश जागलान की अध्यक्षता में विशाल कर्मचारी सभा का आयोजन किया सभा का संचालन नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला वरिष्ठ उप प्रधान नंद ढकोलिया ने किया।
संघ के तय कार्यक्रम के अनुसार कर्मचारियों ने बीके चौक से नीलम चौक तक बैनर तख्तियों के साथ हाथों में काले झंडे लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन की अगुवाई नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री, उप महासचिव सुनील चिडालिया, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला सचिव व सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलवीर सिंह, फेडरेशन के कार्यालय प्रधान नरेश बैसला, वरिष्ठ उपप्रधान शाहवीर खान, तथा नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा की इकाई ड्राइवर यूनियन के प्रधान परशुराम अधाना, वेद भड़ाना, कार्यालय यूनियन आउटसोर्सिंग के प्रधान योगेश शर्मा, रणजीत शुक्ला, बेलदार यूनियन के नेता रोहतास, राम रतन आदि कर रहे थे।
नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने हड़ताल की सफलता का दावा करते हुए कहा कि सामूहिक अवकाश लेकर की गई हड़ताल सरकार को भविष्य में बड़े आंदोलन की चेतावनी है। यदि सरकार ने इस हड़ताल से सबक लेकर कुंभकरणी नींद नहीं त्यागी और पूर्व में 24 अप्रेल ओर 25 अगस्त 2020 को किए गए समझौतों को लागू नहीं किया तथा 30 जुलाई के मांग पत्र पर बातचीत कर मांगों का समाधान नहीं किया तो सरकार को एक बार फिर पालिका कर्मचारियों की 1996 – 97 जैसी लम्बी हड़ताल का सामना करना पड़ेगा।
शास्त्री ने कहा कि कर्मचारी हड़ताल करके प्रदेश की जनता को परेशान नहीं करना चाहते इसलिए आगामी 12 सितंबर को मुख्यमंत्री के करनाल स्थित आवास पर शंख, घड़ियाल, थाली, बजा कर प्रदर्शन करेंगे। यदि सरकार ने इसके बाद भी मांगों का समाधान नहीं किया तो संघ जल्द राज्य कमेटी की बैठक बुलाकर हड़ताल का निर्णय लेगा ।
यह है मांगे:-
छंटनी किए गए सभी कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापिस लो, बंद किए गए फायर स्टेशनों को पुन: बहाल करो, अनुबंधित आधार के कर्मचारियों को समान काम समान वेतन दो तथा 10 मेडिकल व 10 कैजुअल छुट्टी लागू करो, ठेका प्रथा डोर टू डोर व ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का वेतन एक समान 24 हजार रुपये करो।
क्षेत्रफल आबादी के अनुपात में सफाई कर्मचारियों, सीवर मैनो, फायर कर्मचारियों तथा तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती करो, नई एक्सग्रेसिया नीति रदद् करो, 1996 की एक्सगे्रसिया नीति बहाल करो, ठेका प्रथा, आउटसोर्सिंग अन्य कच्चे कर्मचारियो की मृत्यु होने पर नौकरी दो, सीवर मैनो को टेक्निकल ग्रेड दो, जीआईएस लागू करो।
सीवर मैन व सफाई के कार्य को राष्ट्रीय श्रम घोषित करो, तृतीय श्रेणी के समान वेतनमान एवं पदोन्नति दो, ईएसआई-ईपीएफ घोटाले की जांच स्टेट विजिलेंस से करवाई जाए, पुरानी पेंशन बहाल करो, डीए का 18 महीने का एरियर दो, सफाई मजदूर सेवा नियम के आधार पर सफाई कर्मचारी व सीवरमैन के काम के घंटे तय करो।
महिला सफाई कर्मचारियों को सुबह 1 घंटे की छूट दो, तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को 100-100 वर्ग गज के प्लाट दो या आवासीय कॉलोनियों का निर्माण करो, पालिकाओं, परिषदों और नगर निगमों में आए ग्रामीण सफाई कर्मचारियों, ट्यूबल चालको व चौकीदारों को कर्मचारी का दर्जा देकर विभाग के रोल पर किया जाए तथा अन्य सुविधा दी जाएए बेगार प्रथा समाप्त हो।
नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने हड़ताल की सफलता का दावा करते हुए कहा कि सामूहिक अवकाश लेकर की गई हड़ताल सरकार को भविष्य में बड़े आंदोलन की चेतावनी है।
यदि सरकार ने इस हड़ताल से सबक लेकर कुंभकरणी नींद नहीं त्यागी और पूर्व में 24 अप्रेल ओर 25 अगस्त 2020 को किए गए समझौतों को लागू नहीं किया तथा 30 जुलाई के मांग पत्र पर बातचीत कर मांगों का समाधान नहीं किया तो सरकार को एक बार फिर पालिका कर्मचारियों की 1996 – 97 जैसी लम्बी हड़ताल का सामना करना पड़ेगा।
शास्त्री ने कहा कि कर्मचारी हड़ताल करके प्रदेश की जनता को परेशान नहीं करना चाहते इसलिए आगामी 12 सितंबर को मुख्यमंत्री के करनाल स्थित आवास पर शंख, घड़ियाल, थाली, बजा कर प्रदर्शन करेंगे। यदि सरकार ने इसके बाद भी मांगों का समाधान नहीं किया तो संघ जल्द राज्य कमेटी की बैठक बुलाकर हड़ताल का निर्णय लेगा ।
आज के इस प्रदर्शन मे नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के नेता नानक चंद खैरालिया ,सोमपाल, जितेंद्र, मुकेश बेनीवाल, अमित शर्मा, नरेश भगवाना, लक्ष्मण पारचा, जसवीर चौहान, रमेश पहलवान, सुरेश मेलादा, टेकचंद शर्मा, महेंद्र पाल, दर्शन सोया, विजय चावला, बल्लू चंडालिया ने भी भाग लिया।