लगभग एक वर्ष बीतने को है, किसान केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के खिलाफ सिद्दत से अपना विरोध प्रदर्शन जाहिर कर रहा है। मगर आलम यह है कि चाहे सरकार हो या फिर पुलिसकर्मी किसानों के साथ नरमी बरतने को तैयार ही नहीं है। आए दिन किसानों के साथ हो रही ज्यादती उनके अंदर आक्रोश पैदा कर रहीं हैं।
ऐसा ही कुछ हुआ जब हाल ही में भारतीय जनता पार्टी की बैठक के खिलाफ करनाल के पास सैकड़ों किसान विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे तो वहां पुलिस द्वारा उन पर लाठीचार्ज किया गया।
देश की रीढ़ कहे जाने वाले अन्नदाता के ऊपर पुलिसकर्मी के कहर को देख किसान नेता राकेश टिकट का गुस्सा इस कदर फूट पड़ा कि उन्होंने यह तक कह दिया कि अब उनके देश में भी सरकारी तालिबान का कब्जा हो चुका है।
उन्होंने कहा कि किसानों पर लाठीजार्च करने वाले पुलिसकर्मियों को तालिबानों के कमांडर ने आदेश दिया है। बता दें कि भाजपा की बैठक के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए करनाल की तरफ बढ़ रहे किसानों के एक समूह पर पुलिस ने शनिवार को कथित तौर पर लाठीचार्ज किया, जिसमें करीब दस लोग घायल हो गए।
वहीं मीडिया कर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि करनाल जिलें में पुलिस द्वारा अन्नदाताओं पर हुआ लाठी चार्ज किसी भी सूरत में सटीक नहीं था। टिकैत ने कहा कि देश में सरकारी तालिबानों का कब्ज़ा हो चुका है। देश में सरकारी तालिबानों के कमांडर मौज़ूद है। इन कमांडरो की पहचान करनी होगी। जिन्होंने आदेश दिया सर फोड़ने का वहीं कमांडर है।
किसानों के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस की आलोचना की गई और विरोध में कई स्थानों पर सड़कों को जाम किया गया। प्रभावित सड़कों में फतेहाबाद-चंडीगढ़, गोहाना- पानीपत और जींद-पटियाला राजमार्ग; अंबाला-कुरुक्षेत्र, करनाल के पास दिल्ली राजमार्ग, हिसार-चंडीगढ़ और कालका-जीरकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं। कई यात्री घंटों तक राजमार्गों पर फंसे रहे।
हरियाणा भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बर्बरतापूर्वक प्रदर्शनकारी किसानों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ नेता दर्शन पाल ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने ”दर्जनों किसानों के घायल होने और करनाल पुलिस द्वारा कुछ किसानों को हिरासत में लेने के विरोध में शनिवार को शाम पांच बजे तक सड़क एवं टोल प्जाजा जाम करने का आह्वान किया था, वहीं चढूनी ने कहा कि करनाल में हिरासत में लिए गए लोगों को छोड़े जाने तक सड़क जाम करना जारी रखा जाए
करनाल से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर बस्तारा टोल प्लाजा के पास मौजूद कई प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि पुलिस की कार्रवाई में आठ से दस लोग घायल हुए हैं। केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन के कई सार्वजनिक कार्यक्रमों का विरोध कर रहे हैं। बीकेयू के आह्वान पर कई किसान करनाल के नजदीक बस्तारा टोल प्लाजा पर इकट्ठा हुए थे।
बता दें कि प्रदर्शनकारी जिस बैठक के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, उसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, राज्य भाजपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।