मां बनना एक सौभाग्य की बात होती है। कहते हैं जीवन में एक आशा की किरण हो तो सब कुछ मिल जाता है। आंध्र प्रदेश में 50 साल से भी अधिक समय से मां बनने का इंतजार कर रही एक महिला ने 74 वर्ष की आयु में जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया है। आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में द्रक्षरमम की ई मंगयम्मा ने गुंटुर के एक निजी अस्पताल में आईवीएफ तकनीक से जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया।
किसी भी महिला के लिए उसका मां बनाना दुनिया में सबसे बेहतरीन एहसास होता है। मंगयम्मा का विवाह साल 1962 में ई राजा राव के साथ हुआ था। हाल ही में जब उनके पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने 55 साल की आयु में कृत्रिम गर्भाधान के रास्ते से बच्चे को जन्म दिया, मंगयम्मा को भी लगा की यह रास्ता उनके लिए भी फलदायक हो सकता है और उन्होंने आईवीएफ तकनीक का इस्तेमाल करने का विचार बनाया।
सामान्य तौर पर बात करें तो महिलाएं 45-48 वर्ष तक बच्चों को जन्म दे पाती हैं। यह एक विश्व रिकॉर्ड हो सकता है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के मुताबिक अब तक सबसे अधिक उम्र में मां बनने का रिकॉर्ड स्पेन की एक महिला के पास है, जिसने 66 साल की आयु में बच्चे को जन्म दिया था। महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. सनक्कायल अरुणा ने बताया कि महिला और दोनों बच्चे स्वस्थ हैं।
विज्ञान की सब बातों को एक तरफ रख कर 74 साल की एक महिला ने दो जुड़वा बच्चों को जन्म देकर चमत्कार कर दिया है। मंगयम्मा ने आईवीएफ तकनीक से मां बनने के लिए पिछले साल उनसे संपर्क किया था। इस साल जनवरी में उन्होंने गर्भधारण किया। आज उन्होंने जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया है, दोनों स्वस्थ हैं। मंयगम्मा आईसीयू में है।
74 साल की उम्र में जहां आदमी दुनियादारी से निवृत्त होकर, दूसरे जहां के बारे में सोचने लगता है, लेकिन इस उम्र की महिला ने खुद को बनाने का फैसला किया और वह अपने मंशा पूरी करने में कामयाब रही।