Homeलोग समझते थे गवार, फिर ऐसे सामने आई हकीकत महिला निकली आईएएस...

लोग समझते थे गवार, फिर ऐसे सामने आई हकीकत महिला निकली आईएएस ऑफिसर

Published on

भारत में काफी समय पहले से रूढ़वादी परंपरा रही है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कब किसकी तस्वीर वायरल हो जाए कुछ कह नहीं सकते हैं। आधुनिकता की चकाचौंध में आज युवाओं का अपनी माटी से जुड़ाव खत्म होता जा रहा है। कम ही युवा होंगे जो किसी बड़े मुकाम पर पहुंचने के बाद भी अपने रीति-रिवाज को पूरी निष्ठा से निभाते होंगे। इन सारी बातों के बीच राजस्थान की एक युवा आईएएस ऐसी हैं, जो कम उम्र में यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद भी अपनी माटी से जुड़ी हुई हैं।

लोगों के पहनावे और वेशभूषा के आधार पर वर्गीकृत कर दिया जाता है। मोनिका की सादगी और गांव की संस्कृति के जुड़ाव ने आज उन्हें सोशल मीडिया पर एक सेलिब्रेटी बना दिया है।

लोग समझते थे गवार, फिर ऐसे सामने आई हकीकत महिला निकली आईएएस ऑफिसर

काफी ऐसी घटनाएं सामने आती हैं जिनमें व्यक्ति की उसके दिखने के ढंग और पोशाक से ही औकात का अंदाजा लगा लिया जाता है। युवा आईएएस मोनिका यादव सीकर जिले के श्रीमाधोपुर तहसील के लिसाड़िया गांव की रहने वाली हैं। साल 2017 में मोनिका ने यूपीएससी में 403वीं रैंक हासिल की। जिसके बाद वह राजस्थान कैडर की आईएएस बनीं। मोनिका को सादगी काफी पसंद है। उन्हें अपने गांव और उनकी परंपराओं से काफी लगाव है। मोनिका की सादगी से उनके साथ काम करने वाले लोग भी काफी प्रभावित रहते हैं।

लोग समझते थे गवार, फिर ऐसे सामने आई हकीकत महिला निकली आईएएस ऑफिसर

एक महिला को गांव के लोगों ने अनपढ़ और गवार समझ लिया था। यह सब हुआ उसके साधारण पहनावे के कारण लेकिन इसके बाद जब लोगों को पता चला कि वह महिला गवार नहीं बल्कि एक आईएएस ऑफिसर है। मोनिका ने मार्च 2020 में बेटी को जन्म दिया। जिसके बाद उनकी फोटो सोशल मीडिया पर छा गई। मोनिका ने बचपन से ही अफसर बनने का सपना देखा था। इसके पीछे वजह थी पिता का भी अधिकारी होना।

लोग समझते थे गवार, फिर ऐसे सामने आई हकीकत महिला निकली आईएएस ऑफिसर

मोनिका की शादी आईएएस सुशील यादव से हुई है। मोनिका के पिता हरफूल सिंह यादव वरिष्ठ आरएएस अधिकारी हैं। अपने सपने को साकार करने के लिए मोनिका यादव ने जमकर मेहनत की और अपना मुकाम पाया।

Latest articles

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...

महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर रक्तदान कर बनें पुण्य के भागी : भारत अरोड़ा

श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर संस्थान द्वारा महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस के...

More like this

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...