मुजरिम कितना ही शातिर क्यों न हो लेकिन वह अपने कर्मों से बच नहीं सकता। एक न एक दिन उसका जुर्म सामने आ ही जाता है। रोहतक जिले में हुई एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में सनसनीखेज खुलासे किए हैं। पुलिस का कहना है कि जिन 4 लोगों की हत्या हुई, उन्हें एक 20 वर्षीय लड़के ने मारा था। हत्यारा उसी परिवार का बेटा है, जो अभी पुलिस की गिरफ्त में है।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान लड़के ने हैरान कर देने वाले खुलासे किए। अपने ही परिवार का वजूद मिटाने वाला हत्यारा बेटा समलैंगिक है।
समलैंगिक है हत्यारोपी मोनू
मोनू ने बताया कि वह सेक्स री–असाइनमेंट सर्जरी के जरिए अपना जेंडर चेंज करवाना चाहता था। पिछले डेढ़ साल से वह इंटरनेट पर सर्जरी के लिए इस तरह के क्लिनिक की जानकारी जुटा रहा था।
विदेश भागने का था प्लान
जेंडर चेंज कराने के बाद उसका अपने उत्तराखण्ड वाले दोस्त के साथ विदेश भागने का प्लान था। जब परिवार को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने मोनू को मारा पीटा। इससे गुस्सा होकर उसने अपने ही परिवार की निर्मम हत्या कर दी।
इससे पहले हुआ था यह खुलासा
इससे पहले इस हत्याकांड में यह खुलासा हुआ था कि हत्यारोपी मोनू को अपने नैनीताल के एक दोस्त को पांच लाख रुपए उधार देने थे। जब उसने इतनी बड़ी रकम अपने माता पिता से मांगी तो उन्होंने मना कर दिया। इसी बात से गुस्सा होकर मोनू ने अपने माता–पिता का कत्ल कर दिया। उसके बाद घर में मौजूद अपनी बहन और नानी को भी जान से मार डाला।
प्रॉपर्टी का एंगल भी आया था सामने
इससे पहले कहा जा रहा था कि प्रॉपर्टी की लालच में इस हत्या को अंजाम दिया गया। लेकिन सूत्रों ने बताया कि रोहतक हत्याकांड में प्रॉपर्टी का कोई भी एंगल सामने नहीं आया है।
चार साल पहले एक कोर्स के दौरान हुई थी मुलाकात
हत्याकांड के पीछे का सबसे बड़ा कारण मोनू का समलैंगिक होने बताया जा रहा है। पिछले चार साल से मोनू का नैनीताल के एक युवक के साथ संबंध था। इनकी दोस्ती चार साल पहले दिल्ली के केबिन क्रू कोर्स के दौरान हुई थी। पुलिस ने बताया कि जेंडर चेंज कराने के बाद मोनू अपने दोस्त के साथ विदेश भागना चाहता था।
5 लाख रुपयों से कराना चाहता था सर्जरी
वह परिवार से जिन पांच लाख रुपयों को दोस्त को उधार दिलाने के नाम पर मांग कर रहा था, वह इन रुपयों को अपने पास रखता और सर्जरी में इसका इस्तेमाल करता।
परिवार को जब इसका पता चला तो उन्होंने रुपए देने से मना कर दिया और वह इससे नाराज हो गया। अभी तक की पूछताछ में मोनू ने कबूला है कि अपनी समलैंगिकता को लेकर ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया है।
परिवार ने लगाई थी लताड़
पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि करीब डेढ़ महीने पहले परिजनों ने मोनू को दोस्त से संबंध रखने पर लताड़ लगाई थी। यहां तक की उसके पिता ने उसे पिता भी था।
सीने पर गुदवा रखा है दोस्त के नाम का टैटू
अपने इकलौते बेटे की इन हरकतों को वे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे। लेकिन परिवार की पिटाई के बाद से मोनू आक्रोश में था। एक महीने पहले उसने अपने सीने पर दोस्त के नाम का टैटू भी गुदवा लिया।
दो दिन तक होटल में दोस्त के साथ ठहरा
25 अगस्त को उसकी नानी भी उसे समझाने के लिए घर आई थी। लेकिन मोनू का सभी के साथ झगड़ा हो गया उसके बाद वह घर से चला गया। शहर के ही एक होटल में वह दो दिन तक अपने उत्तराखण्ड वाले दोस्त के साथ ठहरा रहा।
उसने यह बात अपने परिजनों को बता दी थी। 27 अगस्त की सुबह 11:00 बजे जब वह अपने घर आया तब इस वारदात को अंजाम दिया और होटल वापिस चला गया।
पुलिस ने घर ले जाकर रीक्रिएट कराया क्राइम सीन
फिलहाल रोहतक पुलिस इस हत्याकांड के आरोपी मोनू को मीडिया से बचा कर चल रही है। इसलिए गुरुवार सुबह 5:00 बजे पुलिस मोनू को उसके घर लाई और क्राइम सीन रीक्रिएट कराया। यहां पुलिस करीब 45 मिनट तक मोनू से जांच पड़ताल करती रही।
यहां सबसे पहले मोनू ने अपनी बहन तमन्ना, फिर नानी रोशनी, मां संतोष उर्फ बबली और पिता प्रदीप मलिक उर्फ बबलू को मौत के घाट उतारा। उसने इस पूरी घटना को सिलसिलेवार ढंग से बताया।