तिरंगे के सम्मान में भिड़ा हरियाणा का विशाल, लगाए गए थे गंभीर आरोप, खालिस्तानियों ने रचा था षड्यंत्र, जल्दी होंगे रिहा

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 तिरंगे के सम्मान में भिड़ा हरियाणा का विशाल, लगाए गए थे गंभीर आरोप, खालिस्तानियों ने रचा था षड्यंत्र, जल्दी होंगे रिहा

भारत में अराजकता फैलाने के लिए खालिस्तानी अलगाववादी आए दिन वैश्विक स्तर पर दुष्प्रचार करते रहते हैं। अगर कोई भारतीय इनके खिलाफ बोलता है तो ये लोग उसके खिलाफ षड्यंत्र रचने लगते हैं। ऐसा ही मामला आस्ट्रेलिया में हरियाणा से जाकर पढ़ाई कर रहे युवक विशाल जूड के साथ भी हुआ। लेकिन विशाल ने इन खालिस्तानियों के सामने हार नहीं मानी।

तिरंगे के सम्मान बचाने के लिए यह युवक वहां भारत के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे खालिस्तानियों से भी भिड़ गया।

तिरंगे के सम्मान में भिड़ा हरियाणा का विशाल, लगाए गए थे गंभीर आरोप, खालिस्तानियों ने रचा था षड्यंत्र, जल्दी होंगे रिहा

इसके बदले आस्ट्रेलियाई पुलिस ने खालिस्तानियों के षडयंत्र में फंसने विशाल के विरुद्ध ही एक्शन लेते उसे गिरफ्तार कर लिया। अब खबर सामने आ रही है कि विशाल जूड की रिहाई की तारीख 15 अक्टूबर तय की गई है, जो कि हरियाणा के इस छोरे के लिए तो अच्छी खबर है ही, साथ ही भारत के लिए भी सुखद है।

कौन हैं विशाल जूड?, क्या है उनका दोष?

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बता दें कि 24 वर्षीय विशाल जूड हरियाणा के करनाल जिले में गांव कलेडी के रहने वाले हैं। विशाल साल 2017 को ऑस्ट्रेलिया स्टडी वीजा पर गए थे। किसान आंदोलन को लेकर भारत में ही नहीं बल्कि विदेशोंमें भी प्रदर्शन हो रहे थे। ऑस्ट्रेलिया में भी खालिस्तानी समर्थकों ने किसानों के नाम पर भारत का दुष्प्रचार और तिरंगे का अपमान कर रहे थे।

भारतीय व्यापारियों और दुकानों पर किए हमले

सिडनी और पर्थ जैसे कई शहरों में खलिस्तानियों ने भारतीय व्यापारियों और दुकानों पर हमले किए। विशाल अपने दोस्त के साथ सिडनी के क्वेकर्स हिल में भारत के दुष्प्रचार और झूठी बयानबाजी का विरोध करने गए थे। लेकिन खालिस्तानियों ने इन पर हमला बोल दिया।

साढ़े चार महीने से है सिडनी जेल में

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तिरंगे की रक्षा के लिए वह खालिस्तानियों से भिड़ गए थे। इसके बाद खालिस्तानियों ने उन पर संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और जानलेवा हमले के आरोप लगाए है। इसी कारण वह पिछले करीब साढ़े 4 महीने से सिडनी की जेल में है।

खालिस्तानी समर्थक कर रहे थे भारत का दुष्प्रचार

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भारत के गणतंत्रता दिवस 26 जनवरी को जब किसान आंदोलन के नाम पर खालिस्तानी समर्थकों के जरिए दिल्ली के लालकिले पर अराजकता फैलाई गई तो पूरी दुनिया में जहां जहां खालिस्तानी समर्थक थे, उन लोगों ने भारत के विरुद्ध दुष्प्रचार किया। ऐसे में आस्ट्रेलिया में 14 फरवरी के दिन कुछ खालिस्तानियों ने प्रदर्शन किए जिसमें तिरंगे का अपमान किया गया।

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इस पूरी घटना के विरोध में वहां मौजूद हरियाणा के रहने वाले युवक विशाल जूड ने इसका विरोध किया और तिरंगें का अपमान होने से बचाया। ऐसे में खालिस्तानियों ने उसके ऊपर मारपीट के आरोप लगा दिए, जिसके बाद वो पिछले 6 महीने से जेल में था, लेकिन अब न्यू साउथ वेल्स कोर्ट में विशाल की जीत हुई है, और 15 अक्टूबर को उसे रिहा कर दिया जाएगा।

खालिस्तानियों ने रचा षड्यंत्र

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बता दें कि न्यू साउथ वेल्स में ख़ालिस्तानियों ने भारत विरोधी नारे लगाने के साथ साथ तिरंगे का भी अपमान किया था, जिसके बाद विशाल ने इसका विरोध किया था। विशाल ने तिरंगे का अपमान होने से तो बचा लिया, लेकिन खालिस्तानियों ने उसके विरुद्ध ही षड्यंत्र रच डाला।

विशाल पर मढ़े 11 आरोप

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खालिस्तानियों ने विशाल पर मारपीट करने और अराजकता फ़ैलाने जैसे आरोप मढ़े लेकिन इनमें कोई सच्चाई नहीं थी। विशाल पर कुल 11 आरोप लगाकर उसे जेल में बंद किया गया था। हरियाणा सरकार ने भी विशाल के समर्थन में ऑस्ट्रेलिया के मंत्री मंडल से बातचीत की। भारत सरकार ने भी इस मामले में अपनी आपत्ति जाहिर की थी और अब इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं।

वकील ने डाली विशाल पर लगे 11 आरोप खत्म करने की अर्जी

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ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स (New South Wales) कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने सरकारी वकील ने विशाल का पक्ष रखा। उन्होंने विशाल पर लगे 11 आरोप खत्म करने की अर्जी डाली थी। साथ ही यह भी बताया कि विशाल ने जो कुछ किया उसके पीछे का उद्देश्य केवल अपने तिरंगे का सम्मान बचाना था। कोर्ट के मजिस्ट्रेट के. थॉमसन ने सरकारी वकील की इस मांग को मानते हुए विशाल जूड को 15 अक्टूबर को रिहाई का आदेश जारी कर दिया है।

वकील ने दिखाया क्वेकर्स हिल का प्रदर्शन वीडियो

सुनवाई के दौरान ही विशाल के वकील ने सिडनी के क्वेकर्स हिल का उस दिन का वीडियो भी दिखाया जिससे यह पूरी तरह से स्पष्ट था कि भारत के किसान आंदोलन के समर्थन प्रदर्शन कर रहे खालिस्तानियों ने विशाल पर हमला कर दिया था। वीडियो में विशाल तिरंगा फहराते हुए दिख रहे हैं। प्रदर्शनकारी भारत के प्रधानमंत्री को गालियां भी देते नजर आ रहे थे। उसके बाद सारी घटना को अपने खिलाफ दिखाकर पुलिस के सामने झूठ बोला।

15 अक्टूबर को विशाल होंगे रिहा

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जानकारी के अनुसार मजिस्ट्रेट ने 16 अप्रैल 2021 से छः महीने तक तीन छोटे आरोपों के लिए विशाल को सजा सुनाई थी। खास बात यह है कि उन आरोपों को विशाल ने ही स्वीकारा था। ऐसे में अब 15 अक्टूबर को विशाल जूड की रिहाई हो जाएगी।

कोर्ट ने माना निर्दोष

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दुनियाभर में विशाल के खिलाफ खालिस्तानी तत्वों ने दुष्प्रचार किया। सिडनी में स्थित खालिस्तान समर्थकों ने इस दुष्प्रचार में बड़ी भूमिका निभाई, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स (New South Wales) कोर्ट ने विशाल जूड को निर्दोष मानते हुए रिहाई का फैसला सुना दिया है।

देश को गौरवान्वित करने वाला किया काम

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खालिस्तानियों के लिए यह अनपेक्षित था कि उन्हें भारत के बाहर भी विरोध का सामना करना पड़ेगा, इसीलिए वे अंधाधुंध तिरंगें का अपमान कर रहे थे, किन्तु विशाल ने तिरंगे के सम्मान की रक्षा कर खालिस्तानियों को ही झटका दे दिया। जो कि भारत एवं हरियाणा दोनों के लिए ही गौरवान्वित करने वाली बात है।