जिला उपायुक्त जितेंद्र यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना महिलाओं के लिए मददगार है। इस योजना की राशि से गर्भवती महिलाएं एवं शिशुओं को स्तनपान करवा रही माताएं अपने स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा कर रही हैं।
यह योजना गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य के प्रति प्रोत्साहित करने में मददगार साबित हो रही है। विभाग द्वारा एक से 7 सितंबर तक इस योजना के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।
उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं एवं स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी जरूरतों की पूर्ति के लिए नकद प्रोत्साहन देकर उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रोत्साहित करना और कुपोषण के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की शुरुआत की गई है।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को तीन किश्तों में पांच हजार रुपये की धनराशि दी जाती है ताकि वह गर्भधारण काल में पौष्टिक आहार ले सकें व नवजात की अच्छे से देखभाल कर सकें।
उन्होंने बताया कि योजना के तहत पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को पोषण के लिए पंजीकरण कराने के समय पहली किस्त के रूप में एक हजार रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने पर गर्भावस्था के छह माह बाद दूसरी किश्त के रूप में दो हजार रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूर्ण होने पर तीसरी किश्त में दो हजार रुपये दिए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत जच्चा-बच्चा स्वास्थ्य संबंधी विशिष्ट तत्वों की पूर्ति पर परिवार में पहले जीवित बच्चे के लिए गर्भवती महिलाओं एवं स्तनपान कराने वाली माताओं के खाते में पांच हजार रुपये की राशि किस्तों में सीधे उनके खातों में भेजी जाती है। योजना की पूरी राशि तीन किस्तों में दी जाती है।
प्रत्येक किश्त की राशि सीधे संबंधी लाभार्थी महिला के खाते में डाली जाती है। योजना का लाभ लेने के लिए गर्भवती महिला अपनी एएनएम, आंगनबाड़ी वर्कर या आशा वर्कर से संपर्क करें।विभाग द्वारा एक से 7 सितंबर तक इस योजना के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।