हर बेटा चाहता है कि वह अपने माता-पिता सारी इच्छाएं और उनके सपने पूरे करे। माँ को धरती पर भगवान का दर्जा दिया जाता है। महाराष्ट्र के ठाणे जिले के उल्हासनगर में एक बेटे ने अपनी मां की बरसों पुरानी तमन्ना पूरी की। बेटे ने मां के 50वें जन्मदिन पर सरप्राइज देते हुए पहली बार हेलीकॉप्टर से सैर कराई। इस अनूठे तोहफे को देख मां की आंखें छलक पड़ीं। उन्होंने कहा कि भगवान ऐसा बेटा सबको दे।
हर माँ का जीवन अपने बच्चों से शुरू होता है और उन्हीं पर ही खत्म भी हो जाता है। सोलापुर जिले के बार्शी की रहने वाली रेखा दिलीप गरड शादी के बाद अपने पति के साथ उल्हासनगर में रहने लगी थीं। कुछ समय बाद ही उनके पति की मौत हो गई। उनका बड़ा बेटा प्रदीप उस वक्त सातवीं क्लास में पढ़ रहा था। रेखा ने लोगों के घर में काम करके जैसे-तैसे बच्चों की परवरिश की।
आज के समय में कई बच्चे ऐसे भी हैं जो अपनी माँ का सम्मान नहीं करते। कुछ ऐसे भी हैं जो अपनी माँ की हर ख्वाइश को पूरा करने के लिए जी जान से मेहनत करते हैं। प्रदीप को उन्होंने आश्रम के स्कूल में पढ़ाया। जब वह 12वीं कक्षा में था, तो एक दिन उनके घर के ऊपर से हेलीकॉप्टर गुजर रहा था। तब उनकी मां ने कहा कि क्या हम कभी भी हेलीकॉप्टर में बैठ पाएंगे। मां की यह बात प्रदीप के मन में बैठ गई।
बेटे कड़ी मेहनत के बाद अपनी माँ के सपने को पूरा कर दिया है। अपने बेटे के इस सरप्राइज़ से माँ भी बेहद खुश है। अब हर कोई इस शख्स को आज के युग का श्रवण कुमार बता रहा है। समय गुजरता गया और प्रदीप नौकरी करने लगा। नौकरी में तरक्की होने के साथ वे लोग चॉल से निकलकर फ्लैट में रहने लगे। प्रदीप की शादी हो गई और दो बच्चे भी हो गए, मगर मां को हेलीकॉप्टर में घुमाने की इच्छा उसे याद थी।