हरियाणा के नक्शे-कदम पर चलेगा गुजरात, हरियाणा खेल मॉडल अपनानें की तैयारी

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 हरियाणा के नक्शे-कदम पर चलेगा गुजरात, हरियाणा खेल मॉडल अपनानें की तैयारी

हरियाणा के खिलाड़ियों द्वारा पहले ओलंपिक और फिर पैरालंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन किए जाने पर पूरे देश गर्वित है। खिलाड़ियों के प्रदर्शन से देश के कुछ राज्य तो इतने प्रभावित हुए कि अब वे हरियाणा मॉडल अपनाने की तैयारी में हैं। बता दें कि गुजरात, महाराष्ट्र और पंजाब हरियाणा मॉडल अपनाने की पूरी तैयारी कर चुके हैं। गुजरात का दूसरा प्रतिनिधिमंडल गुजरात में है

जबकि पंजाब व महाराष्ट्र ने हरियाणा से स्पोर्ट्स पॉलिसी मंगवाई है। गुजरात सरकार द्वारा प्रतिनिधिमंडल में सम्मिलित कोच एवं खेल अधिकारी हरियाणा की खेल पॉलिसी तथा यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर आदि का अध्ययन किया जा रहा है। गुजरात के प्रतिनिधिमंडल अब दूसरी बारे इस बारे में हरियाणा दौरे पर है।

हरियाणा के नक्शे-कदम पर चलेगा गुजरात, हरियाणा खेल मॉडल अपनानें की तैयारी

गौरतलब है कि हरियाणा के खिलाड़ियों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्णिम उपलब्धियों की सबसे बड़ी वजह प्रदेश की खेल नीति है। हरियाणा प्रदेश की भांति अन्य प्रदेशों को भी यदि पदक हासिल करने हैं तो हरियाणा जैसा ही खेल मॉडल अपनाना होगा। हरियाणा में खिलाड़ियों के लिए अनेकों खेल सुविधाएं सरकार द्वारा प्रदान की जाती हैं ताकि खिलाड़ी प्रदेश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमका सकें।

यहां तक कि हरियाणा की ग्राम पंचायतों में भी अत्याधुनिक सुविधाएं और उपकरण उपलब्ध हैं। यही कारण है कि यहां के खिलाड़ी खेल क्षेत्र में न केवल अपने माता पिता व प्रदेश बल्कि देश का नाम भी चमका रहे हैं।

हरियाणा के नक्शे-कदम पर चलेगा गुजरात, हरियाणा खेल मॉडल अपनानें की तैयारी

बता दें कि गुजरात प्रतिनिधिमंडल शनिवार को खेल मंत्री संदीप सिंह से मुलाकात करेगा। प्रदेश के फरीदाबाद, भिवानी, कुरुक्षेत्र, रोहतक व गुरुग्राम सहित अन्य कई जिलों का दौरा यह प्रतिनिधिमंडल अभी तक कर चुका है। शनिवार को खेल मंत्री संदीप सिंह से मुलाकात के दौरान पूरी खेल नीति (स्पोर्ट्स पॉलिसी) पर चर्चा की जाएगी।

हरियाणा के नक्शे-कदम पर चलेगा गुजरात, हरियाणा खेल मॉडल अपनानें की तैयारी

गौरवान्वित बात है कि पैरालिंपिक में प्रदेश के 10 खिलाड़ियों ने 11 मेडल अपने नाम किए। हरियाणा में खिलाड़ियों को इनाम राशि देने की शुरुआत चौटाला सरकार ने की थी। चौटाला सरकार ने उस वक्त ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मल्लेश्वरी को 25 लाख रुपए इनाम राशि दी थी। तत्पश्चात हुड्डा सरकार में नई खेली नीति बनी।