25 सितंबर की जींद में होने वाली जननायक देवीलाल की स्मृति में सम्मान दिवस रैली के अवसर पर इनेलो सुप्रीमों ओमप्रकाश चौटाला ने रोहतक की ओर प्रस्थान किया। यहां उनके लिए कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया था। सम्मेलन में मौजूद उपस्थितगणो को संबोधित करते हुए
उन्होंने वर्तमान सरकार पर तीखा हमला बोला।
इस दौरान चौटाला ने सीएम मनोहर लाल खट्टर पर एक बार फिर से निशाना साधा और कहा कि हमारे यहां नकारा लोगों को खट्टर कहा जाता है। वैसे तो इनेलो सुप्रीमो ने कहा कि पहले भी उन्होंने ऐसा बोला था और सीएम उनसे नाराज हो गए थे, लेकिन जिस तरह से वे बयान दे रहे हैं, उससे ऐसा ही लगता है. उन्होंने कहा कि एक बार सीएम ने यह भी कहा था कि भाजपा और जजपा का गठबंधन पति-पत्नी की तरह है।
चौटाला ने अपने कार्यकर्ताओं में उम्मीद की लहर जगाने हेतु कई बड़े बड़े भाषण देते हुए कह डाला कि प्रदेश में जिस वक्त ऐलनाबाद उपचुनाव होगा, उसके बाद से सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी। सभी पार्टियों के उम्मीदवारों की जमानत जब्त होगी और सरकार के विधायक अपने आप सरकार छोड़ कर आ जाएंगे. ऐसे हालात में सरकार अल्पमत में आएगी तो मध्यावधि चुनाव भी होंगे।चौटाला ने अपने कार्यकर्ताओं को लिए भी निमंत्रण दिया।
किसानों की हालत और व्यथाओं पर चर्चा करते हुए चौटाला ने कहा कि सरकार हठधर्मिता छोड़कर किसानों की मांगों को मानें, क्योंकि लोकतंत्र में जनता सबसे बड़ी होती है. जनता ही मालिक होती है। हरियाणा सरकार की नई भूमि अधिग्रहण नीति की आलोचना करते हुए चौटाला ने कहा कि इससे किसानों का शोषण होगा। प्रदेश में वित्तीय संकट बढ़ता जा रहा है। हमारी सरकार जाने के वक्त प्रदेश के खजाने में दो हजार करोड़ रुपए थे, लेकिन अब अढाई लाख करोड रुपए प्रदेश पर कर्ज हो गया। यह सरकार की अव्यवस्थाओं का नतीजा है।