शहर में शनिवार को हुई तेज बारिश से सारा शहर जलमग्न हो गया। बारिश का पानी इतना ज्यादा था मानो शहर पानी में डूब ही जाएगा। शहर के सारे सेक्टर, कॉलोनी, गालियां, सड़कें इत्यादि सब बारिश के पानी से लबालब रहीं। इतना ही नहीं कई गालियां तो ऐसी भी थी जो नाला बन चुकीं।
एक तरह भारी बारिश और दूसरी ओर जल की कोई निकासी नहीं, ऐसे में लोगों के घरों में भी पानी भर गया। दयालनगर इलाके की कुछ गालियां तो बारिश के पानी के कारण अपने पूरे उफान पर थीं। लोगों के दो पहिया वाहन पानी में तैरते दिखे।
प्रदेश के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा इस दौरान बारिश के पानी का निरीक्षण करने निकले। लेकिन उनके द्वारा उन स्थानों का निरीक्षण किया गया जहां पानी था ही नहीं। जबकि भारी बारिश के कारण सारा शहर जलमग्न है। शहर का कोई भी सेक्टर हो या कॉलोनी पानी से लबालब हैं। मंत्री मूलचंद शर्मा की तस्वीरों से यह हकीकत सामने आई। ऐसे में प्रशन उठता है कि मंत्री जी का आखिर ये कैसा निरीक्षण है, जहां पानी नजर ही नहीं आ रहा है। नेशनल हाईवे से लेकर प्रत्येक सेक्टर और कॉलोनियों में दो से तीन फीट तक पानी भरा रहा।
नगर निगम के चीफ इंजीनियर का आवास भी पानी में डूबा रहा। जबकि उसी चीफ इंजीनियर पर शहर के पानी की निकासी की जिम्मेदारी है। रेलवे रोड तथा पांच नंबर स्थित चीफ इंजीनियर व ज्वाइंट कमिश्नर के घर भी पानी में डूबे थे। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर के हालात क्या हैं ।
मौसम विभाग के आंकड़े अनुसार शनिवार को शहर में सुबह पांच बजे से शाम 8 बजे तक कुल 59 एमएम बारिश हुई। जबकि बल्लभगढ़ इलाके में 72 एमएम बारिश दर्ज की गई, जोकि सबसे अधिक थी।
तेज बारिश के कारण भरे पानी की वजह से ओल्ड फरीदाबाद व एनएचपीसी अंडरपास में अधिकांश लोगों का हाईवे से सीधा संपर्क टूट गया। जिस कारण लोगों को 12 से 15 किलोमीटर आना – जाना पड़ रहा था। एनएचपीसी अंडरपास में सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा।
शनिवार को शहर के सभी इलाकों में बारिश के रिकॉर्ड दर्ज किए गए। जोकि इस प्रकार हैं : फरीदाबाद में फरीदाबाद में 55 एमएम, तिगांव में 50 एमएम, बल्लभगढ़ में 72 एमएम, मोहना में 51 एमएम, दयाल नगर में 58 एमएम, बड़खल में 59 एमएम, धौज के 65 एमएम, गोंछी में 62 एमएम, बादशाहपुर में 22 एमएम बारिश रिकार्ड की गई।