हरियाणा के कई जिलों में पिछले कई दिनों से झमाझम बारिश हो रही है। दक्षिण – पश्चिम मानसून के कारण सोमवार को भी कई जिलों में तेज बारिश होती रही।
सामान्य से 15 फीसदी अधिक बारिश इस बार हुई है। मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा के कई जिलों ने अगले चार दिनों तक भारी बारिश की उम्मीद जताई जा रही है।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने एक कम दबाव के क्षेत्र व राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन तथा मानसून टर्फ दक्षिण की ओर होने की स्थिति बन रही है। जिस कारण 14 सितंबर तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहेगा। इस दौरान बादलों के छाने v हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है।
अंबाला में रविवार के दिन 61 एमएम दर्ज की गई। इस बीच कुरुक्षेत्र में दो मकानों की छत भी गिर गई। बंगाल की खाड़ी में बने एक कम दबाव के क्षेत्र तथा साथ में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने और टर्फ रेखा दक्षिण में आने के कारण मानसूनी हवा की थोड़ी सक्रियता बढ़ी। जिसकी वजह से हरियाणा में तीन- चार दिनों में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश दर्ज की गई।
भारत के मौसम विज्ञान विभाग के मौसम आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में 1 जून से 10 सितंबर तक कुल 468.6, एमएम बारिश दर्ज की गई जोकि सामान्य से 15 फीसदी अधिक है। हरियाणा के छः जिलों अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर, भिवानी, रोहतक एवं फरीदाबाद को छोड़कर प्रदेश के अन्य सभी जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है।
बता दें की अंबाला में 61 एमएम, यमुनानगर में 4 एमएम, कुरुक्षेत्र में 7 एमएम, करनाल में 14.4 एमएम, फतेहाबाद में एमएम, दादरी में 8 एमएम, भिवानी में 9 एमएम, बहादुरगढ़ में 4 एमएम तरह रोहतक में 10 एमएम बारिश दर्ज की गई।
लगातार तीसरे दिन रविवार को भी धर्मनगरी में बूंदाबांदी होती रही। पिछले 24 घंटे में जिले भर में औसत 7 एमएम के करीब बारिश हुई है। वहीं इस्माईलाबाद के गांव चनालहेड़ी में भारी बारिश के कारण दो मकानों की छतें गिर गईं लेकिन सौभाग्यवश परिवार के लोग सुरक्षित रहे। वहीं चनालहेड़ी गांव में जगना राम एवं चरणा राम के मकानों की छतें भी अचानक से गिर गईं। परिवार के लोग घर से बाहर खड़े थे जिस कारण वे बच गए। लेकिन वे घर के सामान को क्षतिग्रस्त होने से नहीं बचा पाए।