गर्मी के मौसम में किसको A.C की हवा अच्छी नही लगती पर जैसे ही बिल भरने का नम्बर आता है तो आदमी के पसीने छूटने लगते हैं लेकिन कभी आपने किसी छोटे से मकान का बिल लाखो में सुना है लेकिन यह सच है कि एक 50 गज के मकान का बिल 86 लाख आया है बात यह है कि हरियाणा के अंतर्गत आने वाले फरीदाबाद जिले में आए दिन वैसे तो सरकारी कार्यालयों की लापरवाही अक्सर अखबारों की सुर्खियां बटोर रही होती है। कभी बेवजह किसी का मीटर उखाड़ लाना तो कभी पूरे पूरे दिन बिजली गुल कर आमजन को परेशान करना जैसे इन कर्मचारियों की पहचान बन गया हैं।
जिसके बाबत पिछले कई महीनों से पीड़ित अधिकारियों के चक्कर काट रहा है, लेकिन आज तक उसकी सुनवाई नहीं हो सकी हैं। हाथ में बिजली के बिल को दिखा रहा यह एनआईटी के चार नंबर निवासी ललित कुमार खट्टर है, जिसके यहां लगभग 86 लाख रुपए का बिल आया है।
बिजली निगम ने इस तरह का कोई कारनामा पहली बार नहीं किया है, बल्कि इससे पहले करोड़ों करोड़ों रुपए के बिल उपभोक्ताओं के पास आ चुके हैं। पीड़ित की माने तो पांच 6 महीने से वह अपने बिल को सही करवाने के लिए बिजली निगम के अधिकारियों के चक्कर काट रहा है, लेकिन उसकी शिकायत पर अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
पीड़ित की माने तो वह बिल भरना चाहता है, लेकिन अधिकारी उसकी सुनवाई नहीं कर रहे और आज उसकी गैरमौजूदगी में निगम के कर्मचारी उनका बिजली का मीटर काटने भी आ गए. पीड़ित ललित खट्टर की माने तो इतना बिल आखिरकार वह कैसे भर पाएगा।
वहीं बिजली निगम के एसडीओ नागेंद्र सिंह की माने तो उन्हें मालूम चला है कि एक उपभोक्ता का बिल इतना ज्यादा आ गया है. उनकी मानें तो यह बिल दिसंबर 2020 से जनवरी 2020 तक का है। सद्री चार्ज 70 लाख लगा दिए गए हैं, लेकिन उपभोक्ता को परेशान होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। इस बिल को सही कर दिया जाएगा