बाल कलाकार के तौर पर अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले किंशुक वैद्य की तस्वीर देखते ही आपको ‘शाका लाका बूम बूम’ का संजू याद आ जाएगा। शाका लका बूम बूम में बाल कलाकार के रूप में अपने करियर की शुरुआत करने वाले किंशुक अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते है। शाका लका बूम बूम अपने समय का बच्चो में सबसे ज्यादा फेमस शो था।
जिसकी मैजिक पेंसिल के 90 के दशक में हम सभी दीवाने थे। हमारी तरह संजू भी अब बड़े हो चुके हैं। उनका जन्म 1990 में मुंबई में हुआ था। “एक रिश्ता साझेदारी का” सीरियल से किंशुक ने टेलीविजन इंडस्ट्री में एंट्री की है। जल्दी ही आपको किंशुक क्राइम शो जुर्म का चेहरा होस्ट करते हुए ओटीटी पर दिखाई देंने वाले है।
पांच साल की उम्र से ही किंशुक वैद्य ने मराठी फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। किंशुक इस बात से भी इंकार नहीं करते हैं कि उन्हें घर घर में पहचान शाका लाका बूम बूम शो ने ही दिलवाई है। अपने बचपन के दिनों को याद कर किंशुक कहते हैं, जब शाका लाका बूम बूम शो की शुरुआत हुई, तब जाकर सक्सेस का अंदाजा हुआ। शायद ही कोई हो, जो मुझे नहीं जानता हो। मैं जहां भी जाता लोग मुझे संजू ही कहकर पुकारते थे।
किंशुक कहते हैं, स्कूल के दिनों में भी दोस्त आकर मुझसे मैजिक पेंसिल की जिद्द करने लगते थे। उनकी पहली हिंदी फिल्म अजय देवगन और काजोल स्टारर ‘राजू चाचा’ थी। इस फिल्म में वह राहुल के किरदार में नजर आए थे। उस वक्त किंशुक वैद्य करीब नौ साल के थे। शाका लाका बूम बूम भी वन शो वंडर है। उससे तो कई सारी यादें जुड़ी हैं। सभी कास्ट अपने-अपने कामों में व्यस्त शो की कास्ट के टच वाले सवाल पर किंशुक कहते हैं, हम सभी एक दूसरे के टच में तो हैं लेकिन बहुत ज्यादा मुलाकात नहीं होती है।
उन्हें बी आर चोपड़ा की विष्णु पुराण में प्रह्लाद बनने का मौका मिला। इस धारावाहिक से भी उन्हें खूब लोकप्रियता हासिल हुई। किंशुक इन दिनों द क्यू ओटीटी प्लैटफॉर्म पर आने वाले शो जुर्म का चेहरा की शूटिंग में व्यस्त चल रहे हैं।