जैसे ही बारिश का मौसम आता है ऐसे ही शहर की व्यवस्थाओं की पोल खुलने लगती है जिला प्रशासन चाहे कितने बड़े-बड़े दावे क्यों न कर ले की शहर में विकास की गंगा वही है लेकिन बारिश पड़ने के साथ ही सभी दावे पानी में बहते हुए नजर आने लगते हैं सड़के पहले ही गड्ढों से भर हुई हैं लेकिन इसके बाद भी नगर निगम विकास का वास्ता देकर और खोदकर छोड़ जाता है
तहसील कैंप भारत नगर की एक रोड दो कई सालों से उखड़ी पड़ी है कहा जाता है कि नाला निर्माण सीवर व पानी सप्लाई के लिए इस सड़क को तोड़ा था लेकिन सड़क आज भी अपने बनने का इंतजार कर रहे हैं
ऐसी हालत है कि पैदल चलना भी मुश्किल है सड़कों पर गड्ढे होने के कारण बुजुर्ग महिलाएं दुपहिया वाहन चालक आए दिन चोटिल होते रहते हैं इसलिए लोगों ने घर से बाइक लाने से पहले सोचना पड़ता है
कुछ लोगों की बाई के दो गड्ढों में फंस जाती है विपुल को खींचकर निकालना पड़ता है शहर के हर कोने की सड़क का यही हाल है यह हाल हरियाणा के हर जिले का है चाहे वह पानीपत हो या फरीदाबाद लोगों के लिए शर्तें काल का काल बन गई है ।
कई बार इन सड़कों से लो गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं जिनको कई दिनों तक अस्पताल में उपचार कराना होता है पहले हम बात करेंगे पानीपत की बरसत रोड की जो अभी तक खुद ही पड़ी है वही ऐसी कई सड़कें है जो पूरी तरह टूटी पड़ी है ।
अब बात करते हैं फरीदाबाद की सड़कों की यह।फरीदाबाद सबसे व्यस्ततम सड़क सेक्टर -12 सेक्टर- 10 प्याली चौक, क्यूआरजी रोड, इन सड़कों के तो यह हाल है कि सड़क में गड्ढे है या गड्ढों में सड़क यह पता ही नही चलता आये दिन बारिश के कारण गड्ढों में पानी भर जाता है
जिससे पता नही चल पाता कि रास्ता कहा से है कई बार लोग इसमे गिर कर चौटिल हो जाते हैं मगर प्रशासन के पास इस बात का कोई समाधान नजर नही आता