पढ़-लिखकर इंसान अच्छे और नेक काम ही करेगा इस सोच को कई लोग बदल देते हैं। कुख्यात बदमाश काला जठेड़ी कुछ दिनों पहले गिरफ्तार हुआ है।राजस्थान के खतरनाक गैंगस्टल आनंदपाल सिंह, राजू ठेहट, संपत सिंह जैसे बदमाशों के बीच अनुराधा चौधरी इकलौती महिला गैंगस्टर्स थी। सीकर में 2014 में शराब कारोबारी के अपहरण करने के बाद सुर्खियों में आई थी।
पढाई-लिखाई में वह काफी अच्छी थी। अपराध की दुनिया में आके उसने अपनी पहचान बनाई। अनुराधा चौधरी। उम्र करीब 35 साल। कद-काठी दुबली-पतली। राजस्थान की रहने वाली पढ़ाई, बीटेक. एमबीए फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती है। कभी शेयर ट्रेडिंग की मास्टर कही जाने वाली। लेकिन, आज उसे एके-47 गन से फायरिंग करने और अपहरण करने का एक्सपर्ट माना जाता है।
अनुराधा बीए और एमबीए करने के बाद जुर्म के रास्ते पर चली गई। आनंदपाल जैसी कहानी पर ही एक वेबसीरीज आई थी. रंगबाज. बताया जाता है कि इसकी कहानी में भी अनुराधा जैसी कहानी थी। राजस्थान और उससे जुड़ी अपराध की दुनिया में बड़े गैंगस्टर्स के बीच अनुराधा ने अपनी जगह बनाई। बताया जाता है कि वह पढ़ाई में काफी तेज थी। एमबीए करने के दौरान ही उसका प्रेम फैलिक्स दीपक मिन्ज से हो गया। घर वाले इस प्रेम के खिलाफ थे।
दोनों ने घर वालों के खिलाफ जाकर शादी कर ली। हरियाणा में काला जठेड़ी अपराध का पर्याय बन चुका है। उसका खौफ लगातार बढ़ता जा रहा था। अनुराधा के अपराध का सफर शेयर बाजार में हुए कर्ज से शुरू हुआ। उसके पति फैलिक्स दीपक मिंज ने राजस्थान के सीकर में शेयर ट्रेडिंग का काम शुरू किया। लोगों के लाखों रुपए शेयर में लगा दिए लेकिन उन्हें इसमें करोड़ों रुपये का नुकसान हो गया।
अनुराधा का दिमाग इस कदर तेज चलता है कि कई बार राजस्थान की सरकार और पुलिस भी मात खा चुकी है। लोगों ने जब पैसे वापस करने का दबाव बनाया तब उसने इलाके के कुख्यात अपराधी आनंदपाल सिंह से संपर्क किया। उसी के बाद अनुराधा जब आनंदपाल के साथ अपराध की दुनियां में आ गई तब उसका पति उसे छोड़ दिया था।