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पशुओं को चारा खिलाने से लेकर भैंस चराने का काम किया, एक गरीब परिवार की लड़की ऐसे बनी IAS

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अगर हौसला बुलंद हो तो आप विपरीत परिस्थितियों में रहते हुए भी अपने मुकाम को पा सकते है। अगर व्यक्ति के मन में लगन और दृढ़ ईच्छाशक्ति हो तो कितने भी अभाव व अवरोध हों तो भी वे उसकी सफलता को रोक नहीं सकते हैं। इसी कथन को सही साबित किया है सी.वनमती.वन ने। जिन्होंने 2015 में यूपीएससी की परीक्षा को पास करके आईएएस बनने का अपना सपना पूरा किया और समाज के दूसरे अभ्यर्थियों के लिए एक मिशाल पेश की।

कुछ भी हासिल करने के लिए आपको खुद पर विश्वास रखना होगा। यह सफलता उन्होंने दूसरे प्रयास में हासिल की, क्योंकि पहले प्रयास में वे असफल रहीं थीं। केरल राज्य के इरोड जनपद की रहने वाली सी.वनमती.वन का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था।

पशुओं को चारा खिलाने से लेकर भैंस चराने का काम किया, एक गरीब परिवार की लड़की ऐसे बनी IAS

उन्होंने आर्थिक परेशानियों का सामना किया और उन्हें बचपन में पशु-पालन में हाथ बांटना पड़ा। आर्थिक स्थिति अत्यंत ख़राब थी। इनका परिवार पशुपालन का कार्य करता था। परिवार के इस कार्य में सी.वनमती.वन भी मदद करती थी। इस कार्य में वे पशुओं को चारा खिलाने के साथ ही साथ भैंस को चराने भी जाती थीं। घर के इन सब कार्यों के अतिरिक्त वे अपनी पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान रखती थीं। वे यह समझती थीं कि केवल शिक्षा से ही परिवार की स्थिति में सुधार किया जा सकता है।

पशुओं को चारा खिलाने से लेकर भैंस चराने का काम किया, एक गरीब परिवार की लड़की ऐसे बनी IAS

इन्होनें बचपन से ही कई चुनौतियों का सामना किया, और आज अपने हौसले तथा संघर्ष के बदौलत एक IAS अधिकारी बन समाज मे एक मिसाल पेश की है। पारिवारिक कार्यों में हाथ बटाते हुए उन्होंने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई पूरी कर ली। 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात पारिवारिक एवं सामाजिक स्तर पर उनके विवाह की बातें भी शुरू हो गयीं।

पशुओं को चारा खिलाने से लेकर भैंस चराने का काम किया, एक गरीब परिवार की लड़की ऐसे बनी IAS

उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी और आईएएस अफसर बनकर एक मिसाल पेश की। आप सब हासिल कर सकते हैं अगर एकाग्रता है तो।

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