अध्यापक को वो सीढी माना जाता है जिस पर चढ़कर हर छात्र अपने भविष्य की नींव रखता है। एक अध्यापक अपने छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए मजबूत स्तंभ की भूमिका अदा करता हैं। यहीं कारण हैं कि समाज में अध्यापक को गुरु का दर्जा दिया जाता हैं।
मगर क्या हो जब एक बेहतर भविष्य की गढ़ना करते हुए अध्यापक एमबीए छात्रों के समक्ष ही अपनी भाषा पर नियंत्रण करना भूल जाएं। ऐसा ही एक वाक्य हरियाणा राज्य के अंतर्गत आने वाले सोनीपत जिले के गोहाना स्थित भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज में देखने मिला, जिसका वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है।
स्पष्ट देखा जा सकता है वायरल हो रही 16 सितंबर को कॉलेज की इस वीडियो में क्लास में अश्लील भाषा का प्रयोग करते हुए प्रोफेसर किस तरह अपने स्तर का लिहाज करना भी भूल गए है। जिसके बाद इस मामले में छात्राओं ने प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए कॉलेज के डायरेक्टर न कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
छात्राओं के अनुसार, माइक्रोलॉजी विभाग में 16 सितंबर को सुबह 9 से 10 बजे प्रोफेसर का लैक्चर था। प्रोफेसर ने कक्षा में आने के बाद अपना लैक्चर शुरू कर दिया था। जब छात्राएं इंट्रेक्टिव सेशन पढ़ रहे तो प्रोफेसर ने अचानक अश्लील भाषा में बोलना शुरू कर दिया,
जिसे देखकर छात्राएं भी हैरान रह गईं, क्योंकि इस तरह की भाषा उन्होंने पहले कभी नहीं सुनी थी। प्रोफेसर ने अश्लील भाषा में गालियां देनी शुरू कर दी। छात्राओं का कहना है कि प्रोफेसर रूकने का नाम नहीं ले रहे थे।
मामले को तेजी से तुल पकड़ता देख देख मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर ने तुरंत जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है। साथ ही कमेटी को पूरे मामले की जांच कर तीन दिन के अंदर रिपोर्ट देने को कहा है। फिलहाल प्रोफेसर को एक सप्ताह की छुट्टी पर भेज दिया गया है।