Homeजीवन के अंतिम दिनों में पाई-पाई को हो गए थे मोहताज, ये...

जीवन के अंतिम दिनों में पाई-पाई को हो गए थे मोहताज, ये बॉलीवुड सितारे

Array

Published on

समय बदलते वक्त नहीं लगता है। किसी भी पल समय बदल सकता है। अधिकतर सितारों का सामान्य जीवन से बॉलीवुड का सफर बहुत ही उतार-चढ़ाव भरा होता है। 80 के दशक में अपने हुनर से लोगो का मनोरंजन करने वाले कई सितारों की अंतिम जिंदगी के पल एक आम इंसान की जिंदगी की तरह ही गुजरे जिसकी तंगहाली में वो इस दुनिया को छोड़ गए। इसमें से कुछ नाम ऐसे कलाकारों के भी शामिल रहे जो एक जमाने में आलिशान जिंदगी जिया करते थे।

ज्यादातर एक्टर बहुत नीचे से मेहनत करके बॉलीवुड में नाम कमाते हैं। जब किसी एक्टर एक्ट्रेस को कामयाबी मिलती है तो वह उस चकाचौंध की दुनिया में खुद को बड़ी तेजी से ढाल लेता है। ‘पाकीजा’ जैसी लोकप्रिय फिल्म का हिस्सा रह चुकीं अभिनेत्री गीता कपूर के अंतिम दिन काफी बदहाली में गुजरे इसकी बड़ी वजह रही कि उन्हें अपने आखिरी समय में परिवार का सहारा नहीं मिला।

जीवन के अंतिम दिनों में पाई-पाई को हो गए थे मोहताज, ये बॉलीवुड सितारे

कुछ सितारों को शोहरत अपने परिवार की बदौलत भी मिल जाती है। लेकिन बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग के दम पर नाम और शोहरत कमाने वालों की लिस्ट ही ज्यादा लंबी है। दिग्गज कलाकार रह चुके भारत भूषण ने जिंदगी के अंतिम दिन काफी आर्थिक तंगी के साथ गुजारे और इस वजह से पूरे तौर पर उन्हें इलाज मिल पाना भी मुमकिन न हो पाया और 27 जनवरी, 1992 को उनका निधन हो गया।

जीवन के अंतिम दिनों में पाई-पाई को हो गए थे मोहताज, ये बॉलीवुड सितारे

कई स्टार्स ने अपने शुरुआती दिनों में काफी ज्यादा स्ट्रगल किया और बहुत ही छोटे छोटे रोल करके अपनी आजीविका गुजारी। एके हंगल को आज भी उनकी ‘बावर्ची’ और ‘शोले’ जैसी सुपर हिट फिल्मों में एक अलग अदाकारी के लिए जाना जाता है। उनके जीवन के अंतिम दिनों में ऐसी नौबत आई कि वे आर्थिक तंगी के कारण किराए के घर में रहने लगे, लेकिन इसमें मदद के लिए हंगल ने कभी किसी के आगे हाथ नहीं फैलायऔर 26, अगस्त, 2012 को 98 साल की उम्र में वे दुनिया को अलविदा कह गए।

जीवन के अंतिम दिनों में पाई-पाई को हो गए थे मोहताज, ये बॉलीवुड सितारे

नाम कमाने वाले एक्टरों की लिस्ट में ऐसे भी सितारे शामिल है जिन्होंने खूबसूरत जीवन जिया है। लेकिन हर किसी को मिली हुई शोहरत हजम नहीं हो पाती है। अभिनेत्री विम्मी ने जितनी जल्दी कामयाबी का स्वाद चखा, उतनी ही जल्दी उनका करियर खत्म हो गया, उनकी पहली ही फिल्म ‘हमराज’ इतनी पॉपुलर हुई कि कई फिल्मों के प्रस्ताव आए। उन्होंने शादी के कुछ साल अपने पति को छोड़ दिया था। जिसके बाद अकेलेपन में विम्मी को नशे की लत पड़ गई और इसी वजह से उनकी लिवर की समस्या के चलते 22 अगस्त, 1977 को हो गई।

Latest articles

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...

महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर रक्तदान कर बनें पुण्य के भागी : भारत अरोड़ा

श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर संस्थान द्वारा महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस के...

More like this

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...