सिलेंडर की सब्सिडी को लेकर बड़ी जानकारी सामने आ रही है। जो आम जनता के काम की है। त्योहार से मौसम में आपको रसोई गैस के लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है। पिछले एक सप्ताह से जहां अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि हुई है, वहीं रसोई गैस सिलेंडर के दाम भी बढ़ सकते हैं। कीमतें एक हजार का आंकडा पार कर सकती है। वैसे 18 दिन से स्थिर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज बदलाव से इसकी शुरुआत भी हो गई है।
संकेत मिल रहा है कि एलपीजी सिलेंडर के लिए ग्राहकों को प्रति सिलेंडर 1,000 रुपये का भुगतान करना पड़ सकता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ रहे हैं। पिछले दस दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि हुई है।
इस पर सरकार का क्या विचार है यह अभी पूरी तरह साफ नहीं है। आने वाले समय में ही इस पर फैसला लिया जाएगा। कच्चे तेल की कीमत अगस्त में कच्चे तेल के दाम 74.22 डॉलर प्रति बैरल थे। सितंबर में कच्चे तेल के दाम 75 डॉलर पार सकते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि का रुझान जारी रहता है, तो इसका असर तेल की कीमतों पर होगा। ऐसे में आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ सकते हैं।
सरकार ने सब्सिडी के मुद्दे पर कई बार चर्चा की है लेकिन अभी तक कोई योजना नहीं बनाई है। अमेरिका के तेल भंडार के तीन वर्ष के निचले स्तर पर आने तथा प्राकृतिक गैस के उत्पादन में कमी के कारण पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों मेंं तेजी आयी है। इसके बाद गुरुवार को ब्रेंट क्रूड 1.06 डॉलर चढ़कर 77.25 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी क्रूड 1.07 डॉलर बढ़कर 73.30 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
एलपीजी सिलेंडर को लेकर सरकार दो रुख अपना सकती है। कच्चे तेल और अंतरराष्ट्रीय बाजार में गैस की कीमत बढ़ती है, तो रसोई गैस भी मंहगी होगी। सरकार बिना सब्सिडी के सिलेंडर सप्लाई करे. दूसरा कि कुछ चुनिंदा उपभोक्ताओं को भी सब्सिडी का लाभ दिया जाए। सब्सिडी देने के बारे में अभी कुछ भी साफ-साफ नहीं कहा गया है।