जिस घी का प्रयोग लोग अपने परिवार को हष्ट–पुष्ट रखने के लिए करते थे। अब तो बाजार में वह देसी घी भी नकली मिल रहा है। दूध हो या कोई और चीज सभी में मिलावट हो रही है या फिर उसका डुप्लीकेट तैयार किया जा रहा है। इस तरह के क्राइम समाज में लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। इन्हें रोकने के लिए जगह–जगह छापेमारी भी की जा रही है।
बुधवार को हिसार में दिल्ली रोड पर सीएम फ्लाइंग की टीम ने एक फैक्ट्री में छापामारी की थी। वहां से टीम ने कुल 729 किलो नकली घी व इसे बनाने का सामान जब्त किया।
टीम ने यहां से घी के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भिजवा दिए और फैक्ट्री को सील कर दिया।
सीएम फ्लाइंग टीम के उप निरीक्षक रणधीर सिंह ने बताया कि उनको हिसार में दिल्ली रोड पर स्थित मॉरिस गैरेज के साथ वाली गली में नकली घी बनाने की सूचना मिली थी।
729 किलो नकली घी जब्त
सूचना मिलने के बाद टीम ने सभी तैयारियों के बाद फैक्ट्री में रेड मारी। इस दौरान सदर थाना पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। टीम ने यहां से करीब 729 किलो नकली घी जब्त किया है।
फैक्ट्री के बाहर नाम तक नहीं लिखा
मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घी के सैम्पल इक्ट्ठा किए। साथ ही वहां से 2 घरेलू और 1 कमर्शियल सिलेंडर, 4 घरेलू चूल्हे, 1 गैस भट्ठी, 2 पैकिंग मशीन, 1 सीलिंग मशीन भी बरामद की है। हैरानी की बात तो ये है कि फैक्ट्री मालिक ने फैक्ट्री के बाहर नाम तक नहीं लिखवाया हुआ था।
इस ब्रांड के नाम के घी के पैकेट किए जब्त
पिछले पांच साल से इंडस्ट्रियल एरिया में चल रही इस फैक्ट्री में घी बनाने का काम किया जा रहा है। छापेमारी के बाद टीम ने यहां से एक-एक किलोग्राम की पैकिंग में बटर बाइट ब्रांड नाम के घी के पैकेट जब्त किए।
वहीं यहां से देसी घी बनाने के लिए तैयार किया गया कच्चा माल भी बरामद हुआ। टीम ने यहां से अलग-अलग घी के सैंपल जांच के लिए भिजवाए हैं।
घी की खुशबू बनाने वाला केमिकल भी बरामद
टीम ने यहां से करीब दो लीटर की मात्रा में देसी घी की खुशबू बनाने वाला असेंसिस केमिकल भी बरामद किया है। असेंसिस की यह मात्रा काफी अधिक है। इसे देखकर ऐसा लगता है कि यहां पर लगातार नकली देसी घी बनाकर बेचा जा रहा था। करीब 250 गज में टीन की चद्दरों से यह फैक्टरी बनाई गई है।