जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सीजेएम कम् सचिव मंगलेश कुमार चौबे ने बताया कि इस वर्ष भारत स्वतंत्रता के 75वे वर्ष को “आजादी का अमृत महोत्सव” के रूप में मना जा रहा है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्नाधिकरण सभी को अपने मौलिक अधिकारों के प्रति सजग करने के लिए पैनल अधिवक्ता, सामाजिक संगठनों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इसके तहत लोगों को जागरूक करते हुए बताया की जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सेवाएं महिलाए,बच्चे व बुजुर्ग (सीनियर सिटिजन) चाहे वे किसी वर्ग के हो,पढे लिखे या न हो उनकी आय कुछ भी हो उन्हे मुफ्त कानूनी सहायता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दी जाती है।
उन्होंने बताया कि पुरूष यदि एसी बीसी या ओबीसी वर्ग से है तो उसे कुछ देना नही होता परन्तु यदि वह जनरल कैटिगरी से है तो उसे आए का शपथ-पत्र की उसकी आय तीन लाख से कम है तो दो माह का बैंक स्टेटमेंट देना होता है।
विमल खंडेलवाल ने बताया कि आंगनवाड़ी एवं उनकी सहकर्मियों के द्वारा घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगी। उनको टोल फ्री नंबर भी दिए गए यदि किसी को कोई इस प्रकार की घटना होते हुए मिले तो जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सेक्टर 12 कोर्ट में स्थित कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। जनता को अपने मौलिक अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए।
सीजेएम ने बताया कि आज मंगलवार को जय सेवा फाउंडेशन के संस्थापक विमल खंडेलवाल ने गांव एत्मादपुर में प्राधिकरण के पैनल अधिवक्ता मनमीत, दृष्टि, चंद्रशेखर के साथ आंगनवाड़ी वर्कर इंदिरा गौड, आरती, गीता, रेखा, सविता, अनीता, आशा, सुनीता,कुमकुम ,रिमझिम,विभा, चंद्रावली, प्रिया, सविता, रेनू, कृष्णावती, गुड्डू सिंह, विशेष जागरूकता अभियान चलाया।