पैर ना होने के बाद भी किसान को छू नहीं पाई मुसीबतें, मेहनत कर बहाता है खेत में पसीना

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    मेहनत करना अगर सीखना होतो किसान के साथ कुछ पल बिता लेने चाहियें। किसान दिनरात एक कर देते हैं। देश के किसान बहुत मेहनतीहोते होता है। यह बात किसी से भी छिपी नहीं है। उसकी सारी कमाई अपने खेत की फसल पर निर्भर करती है। यदि बारिश नहीं हुई, आंधी तूफान आ जाए या फिर कोई और प्राकृतिक आपदा आ जाए तो उसकी सारी मेहनत बेकार हो जाती है। लेकिन वो फिर भी हार नहीं मानता है और दोबारा खेती बाड़ी करने में जुट जाता है।

    खुद भूखा रहकर दूसरों का पेट भरने वाला किसान किसी भी समय आलस नहीं दिखाता है। आज हम आपको एक ऐसे किसान से मिलाने जा रहे हैं जिसकी मेहनत और जज्बे को देख आपका सीना गर्व से फूल जाएगा। आप भी बोलोगे कि हमारे देश के किसान से ज्यादा मेहनती कोई नहीं होता है। दरअसल इन दिनों इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक अपंग किसान खेती खेती करता दिखाई दे रहा है।

    जो भी इस वीडियो को देख रहा है किसान की काफी तारीफ कर रहा है। इस किसान का एक पैर नहीं है लेकिन फिर भी वो खेत में हल जोत रहा है। दिव्यांग किसान का यह अब सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। जिसने भी ये वीडियो देखा उसकी आंखें भर आई। इस वीडियो को ट्विटर पर आईएफएस ऑफिसर मधु मिथा ने साझा किया है। वीडियो को साझा करते हुए वे कैप्शन में लिखती हैं – कोई भी शब्द इस वीडियो के साथ न्याय नहीं कर सकते हैं।

    पैर ना होने के बाद भी किसान को छू नहीं पाई मुसीबतें, मेहनत कर बहाता है खेत में पसीना

    इस वीडियो को अभी तक 3 लाख 38 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं। इस वीडियो ने हर किसी को झंझोड़ के रख दिया है। इसे देख कुछ का दिल पसीज रहा है तो कुछ इससे प्रेरणा ले रहे हैं। आजकल का युवा थोड़ी सी दिक्कत होने पर काम न करने के बहाने बनाने लगता है। इन युवाओं को इस मेहनती किसान से कुछ सीखना चाहिए। उसका एक पैर नहीं है लेकिन फिर भी ये चीज उसे खेती कर मेहनत की दो रोटी कमाने से नहीं रोक पाई।

    पैर ना होने के बाद भी किसान को छू नहीं पाई मुसीबतें, मेहनत कर बहाता है खेत में पसीना

    एक यूजर ने कमेंट में लिखा ‘यह धरती है उस किसान की जो मिट्टी का पूर्ण पारखी जो मिट्टी के संग साथ ही तप कर, गल कर, जी कर,मर कर, खपा रहा है जीवन अपना देख रहा है मिट्टी में सोने का सपना मिट्टी की महिमा गाता मिट्टी के ही अन्तस्थल में अपने तन की खाद मिलाकर मिट्टी को जीवित रखता है खुद जीता है।